नई
दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2022-23 के पहले महीने अप्रैल में देश से डीओसी के
निर्यात में 10 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 333,972 टन का हुआ है,
जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात केवल 303,705 टन
का ही हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन आफ इंडिया (एसईए)
के अनुसार अप्रैल में देश से सरसों डीओसी के निर्यात में भारी बढ़ोतरी हुई
है, जिससे कुल निर्यात बढ़ा है। अप्रैल में सरसों डीओसी का निर्यात बढ़कर
229,207 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल अप्रैल में इसका निर्यात केवल 93,984
टन का ही हुआ था।
एसईए के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान देश
से डीओसी का निर्यात 37 फीसदी घटकर 23.8 लाख टन का ही हुआ, जबकि इसके
पिछले वित्त वर्ष के दौरान इनका निर्यात 36.8 लाख टन का हुआ था। मूल्य के
हिसाब से वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान डीओसी का निर्यात 5,600 करोड़ रुपये
का ही हुआ, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष के दौरान 8,900 करोड़ रुपये का
निर्यात हुआ था।
चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के दौरान
डीओसी का कुल निर्यात कम रहने की आशंका है, क्योंंकि घरेलू बाजार में
सोयाबीन की कीमतें तेज हैं, जिस कारण भारत से सोया डीओसी में निर्यात
पैरिटी कमजोर है। इस समय कांडला बंदरगाह पर सोया डीओसी का भाव 730 डॉलर
प्रति टन एफओबी है, जबकि अर्जेंटीना में सोया डीओसी का दाम 510 डॉलर और
ब्राजील की सोया डीओसी का भाव 505 डॉलर, सीएंडएफ बोली जा रही हैं। हालांकि
इस दौरान सरसों डीओसी के निर्यात में बढ़ोतरी होने का अनुमान है।
एसईए
के अनुसार भारतीय बंदरगाह पर अप्रैल में सोया डीओसी का भाव घटकर 827 डॉलर
प्रति टन है जबकि मार्च में इसका भाव 888 डॉलर प्रति टन था। इसी तरह से
सरसों डीओसी का भाव अप्रैल में घटकर भारतीय बंदरगाह पर 321 डॉलर प्रति टन
रह गया, जबकि मार्च में इसका भाव 326 डॉलर प्रति टन था। केस्टर डीओसी का
भाव मार्च के 172 डॉलर प्रति टन से घटकर अप्रैल में भारतीय बदंरगाह पर 141
डॉलर प्रति टन के स्तर पर आ गया।
19 मई 2022
अप्रैल में डीओसी के निर्यात में 10 फीसदी की बढ़ोतरी - उद्योग
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