नई
दिल्ली। गेहूं के उत्पादन अनुमान में आई गिरावट को देखते हुए केंद्र सरकार
ने सरकार ने गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया है। वाणिज्य मंत्रालय
के विदेश व्यापार महानिदेशालय, डीजीएफटी द्वारा शुक्रवार को जारी अधिसूचना
के अनुसार सभी किस्मों के गेहूं के निर्यात पर प्रतिबंध तत्काल प्रभावी हो
गया है। इससे हाजिर बाजार में गेहूं की कीमतों में गिरावट आने की आशंका है।
जानकारों के अनुसार लगातार बढ़ती महंगाई के बीच गेहूं की कीमतों
में बढ़ोतरी को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। इस बार गेहूं उत्पादन में
भारी गिरावट आने कमी आशंका है। अधिसूचना में यह भी कहा गया है कि इसके
जारी होने की तारीख से पहले जिन कंपनियों ने निर्यात के सौदे कर लिए हैं
उन्हें निर्यात की इजाजत होगी।
चालू रबी में तापमान अचानक बढ़ने के
कारण कई राज्यों में गेहूं के उत्पादन में भारी गिरावट आई है। जिस कारण
सरकार को एमएसपी पर गेहूं की खरीद का लक्ष्य भी आधे से कम करना पड़ा है।
पहले सरकार ने 444 लाख टन गेहूं खरीदने का लक्ष्य रखा था लेकिन अब उसे
घटाकर 195 लाख टन कर दिया है। भारतीय खाद्य निगम, एफसीआई के अनुसार अभी तक
एमएसपी पर 179.89 लाख टन गेहूं खरीदा गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि
निर्यात पर प्रतिबंध के फैसले के बाद किसान फिर मंडियों का रुख कर सकते
हैं।
14 मई 2022
केंद्र ने गेहूं निर्यात पर लगाई रोक, उत्पादन अनुमान में कमी की आशंका
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