नई
दिल्ली। विदेशी बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों में आई गिरावट से गुरूवार
को घरेलू बाजार में सरसों की कीमतों में 50 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा
आया। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव घटकर 7,400 रुपये प्रति क्विंटल रह
गए। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक पांच लाख बोरियों पर स्थिर बनी रही।
व्यापारियों
के अनुसार मलेशिया में पॉम तेल के साथ शिकागों मेंं सोया तेल के भाव आज घट
गए, जिस कारण घरेलू बाजार में ब्रांडेड कंपनियों ने सरसों की खरीद कीमतों
में कटौती कर दी। सूत्रों के अनुसार भारत सरकार आयातित खाद्य तेलों के आयात
शुल्क में कटौती कर सकती है, ताकि घरेलू बाजार में खाद्य तेलों की कीमतों
को नियंत्रित किया जा सके। हालांकि जानकारों का मानना है कि इससे घरेलू
बाजार में खाद्य तेलों एवं तिलहन की कीमतों में अस्थाई गिरावट तो आ सकती है
लेकिन आगे फिर दाम तेज हो जायेंगे।
निवेशकों की मुनाफावसूली आने
से मलेशिया में पॉम तेल के जुलाई अनुबंध की कीमतों में 348 रिगिंट यानि 4.9
फीसदी घटकर 6,756 रिगिंट प्रति टन रह गई। मलेशिया से पॉम तेल उत्पादों का
निर्यात अप्रैल में मार्च के मुकाबले 13.9 से 16 फीसदी तक घटा हैं। हालांकि
पॉम तेल के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक देश से पहली मई से पांच मई के दौरान
पॉम उत्पादों का निर्यात 180,418 मिलियन टन का हुआ, जोकि 1-5 अप्रैल 2022
के 107,980 मिलियन टन से 72,438 मिलियन टन यानि 67.08 फीसदी ज्यादा है।
शिकागों में इलेक्ट्रानिक ट्रेडिंग में सोयाबीन और मिल की कीमतों में तेजी
दर्ज की गई, लेकिन सोया तेल के भाव में गिरावट आई।
जयपुर में कच्ची
घानी सरसों तेल एवं एक्सपेलर के भाव में 1-1 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश:
1,549 रुपये और 1,539 रुपये प्रति 10 किलो हो गए, लेकिन इन भाव में ग्राहकी
कमजोर देखी गई। इस दौरान सरसों खल की कीमतें में 25 रुपये का मंदा आकर भाव
2,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।
देशभर की मंडियों में गुरूवार
को सरसों की दैनिक आवक 5 लाख बोरी की हुई, जबकि बुधवार को भी आवक इतनी ही
हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में
2.25 लाख बोरी, मध्य प्रदेश में 35 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश में 85 हजार
बोरी, हरियाणा और पंजाब में 65 हजार बोरी, गुजरात में 25 हजार बोरी तथा
अन्य राज्यों की मंडियों में 65 हजार बोरी सरसों की आवक हुई।
06 मई 2022
विदेश में आई मंदी सरसों की कीमतों में गिरावट, दैनिक आवक स्थिर
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