नई
दिल्ली। महंगाई से घबराई केंद्र सरकार ने रिकार्ड उत्पादन के बावजूद भी
चीनी के निर्यात को प्रतिबंधित श्रेणी में डाल दिया। डायरेक्टरेट ऑफ शुगर
द्वारा 24 मई को जारी अधिसूचना के अनुसार पहली जून के बाद चीनी मिलों को
निर्यात की पूरी जानकारी सरकार को देनी होगी।
हालांकि यूरोपीय यूनियन (ईयू), अमेरिका और टैरिफ रेट कोटा (टीआरक्यू) के तहत होने वाले चीनी के निर्यात पर कोई प्रतिबंध नहीं है।
केंद्र
सरकार के अनुसार चीनी सीजन 2021-22 (अक्टूबर-सितंबर) के दौरान देश में
चीनी की घरेलू उपलब्धता और मूल्य स्थिरता बनाए रखने के लिए, 1 जून से चीनी
के निर्यात को प्रतिबंधित श्रेणी में डाला गया है। हालांकि इसके बाद चीनी
का निर्यात जारी रहेगा, लेकिन चीनी मिलों को हर रोज ये बताना होगा कि
उन्होंने कितनी चीनी निर्यात की है। साथ ही पहली जून के बाद चीनी के
निर्यात के लिए मिलों को केंद्र सरकार से अनुमति लेनी होगी।
चीनी
निर्यात को मुक्त से प्रतिबंधित श्रेणी में डालने की वजह घरेलू बाजार में
चीनी की कीमतों को नियंत्रित रखना बताया गया है। हालांकि चीनी के उत्पादन
से लेकर इसकी बिक्री सरकार के ही नियमन में होती है। ऐसे में इसके उत्पादन,
स्टॉक और बिक्री के सटीक आंकड़े सरकार के पास होते हैं। ऐसे में चालू
पेराई सीजन (अक्तूबर, 2021 से सितंबर, 2022) में रिकॉर्ड 350 लाख टन चीनी
उत्पादन को देखते हुए सरकार का यह फैसला चौंकाने वाला है। उद्योग के अनुसार
देश में चीनी की सालाना खपत करीब 270 लाख टन होती है।
केंद्र सरकार
चीनी के निर्यात को बढ़ावा देने के लिए पिछले सीजन के पहले तक सब्सिडी दे
रही थी ताकि चीनी मिलें गन्ना किसानों को बकाया का भुगतान कर सकें। साथ ही
सरकार ने घरेलू बाजार में कीमतों में भारी गिरावट को रोकने के लिए चीनी पर
मिनिमम सेल प्राइस (एमएसपी) की व्यवस्था लागू कर रखी है।
थाइलैंड और
ब्राजील में चीनी उत्पादन में कमी आने के कारण भारत से निर्यात में
बढ़ोतरी हुई है। पिछले पेराई सीजन में देश से चीनी का निर्यात 71.91 लाख टन
का हुआ था।
चालू पेराई सीजन 2021-22 के पहले सात महीनों पहली
अक्टूबर 2021 से 15 मई 2022 तक चीनी का उत्पादन 14.45 फीसदी बढ़कर 348.83
लाख टन का हो चुका है जबकि पिछले पेराई सीजन में इस दौरान केवल 304.77 लाख
टन चीनी का ही उत्पादन हुआ था। उद्योग के अनुसार चालू पेराई सीजन में अभी
तक 85 लाख टन चीनी के निर्यात सौदे हो चुके है, जबकि अप्रैल अंत तक 71 लाख
टन चीनी की शिपमेंट हुई हैं। चालू पेराई सीजन के दौरान चीनी का कुल निर्यात
बढ़कर 90 लाख टन होेने की उम्मीद हैं।
26 मई 2022
रिकार्ड उत्पादन के बावजूद भी महगांई से घबराई सरकार ने चीनी निर्यात को प्रतिबंधित श्रेणी में डाला
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