नई
दिल्ली। केंद्र सरकार ने गेहूं के निर्यात पर रोक लगाने की संभावना से
इनकार कर दिया है, साथ ही सरकार ने मान लिया कि चालू सीजन में गेहूं का
उत्पादन आरंभिक अनुमान से 5.7 फीसदी कम बैठेगा।
केंद्रीय खाद्य
सचिव सुधांशु पांडे ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में गेहूं निर्यात पर
रोक लगाने की किसी संभावना से भी इनकार किया और कहा कि निर्यात के कारण
किसानों को उनकी उपज की अच्छी कीमत मिल रही है। उन्होंने कहा कि निर्यात के
लिए मांग बढ़ने के कारण ही देश के किसान अपनी उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य
(एमएसपी) 2,015 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक भाव पर व्यापारियों,
निर्यातकों एवं मिल वालों को बेच रहे हैं। इसलिए सरकारी एजेंसियों द्वारा
खरीद में गिरावट आई है। हालांकि सरकारी खरीद में गिरावट किसानों के लिए
फायदेमंद है क्योंकि उन्हें अधिक कीमत मिल रही है।
देश में अनाज के
भंडार पर उन्होंने कहा कि अभी हम सरप्लस की स्थिति में हैं। राष्ट्रीय
खाद्य सुरक्षा कानून के तहत अनाज उपलब्ध कराने के लिए हमारे पास पर्याप्त
अनाज है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) के तहत घरेलू मांग के लिए गेहूं
आपूर्ति की कोई समस्या नहीं है।
उन्होंने कहा कि कृषि मंत्रालय ने
गेहूं उत्पादन के अनुमान में 5.7 फ़ीसदी कटौती की है। पहले 11.13 करोड़ टन
गेहूं के उत्पादन का अनुमान लगाया गया था। अब इसे संशोधित करके 10.5 करोड़
टन कर दिया गया है। 2020-21 में 10.96 करोड़ टन गेहूं का उत्पादन हुआ था।
जानकार लगातार गेहूं उत्पादन में कमी की बात कह रहे थे लेकिन पहली बार
सरकार की तरफ से कोई औपचारिक बयान आया है।
पांडे ने कहा कि भारत से
गेहूं निर्यात के लिए मिस्र, तुर्की और कुछ यूरोपीय यूनियन के देशों में नए
बाजार खुले हैं। उन्होंने बताया कि निर्यातकों ने मौजूदा तिमाही के लिए 40
लाख टन गेहूं के निर्यात के सौदे किए हैं और इसमें से अभी तक 10 लाख टन
गेहूं का निर्यात किया जा चुका है। जानकारों के अनुसार अप्रैल में देश से
करीब 12 लाख टन गेहूं का निर्यात हो चुका है। पांडे ने कहा कि भारतीय
निर्यातकों के पास जून तक गेहूं निर्यात करने का अच्छा मौका है। उसके बाद
अर्जेंटीना का गेहूं विश्व बाजार में आ जाएगा। वित्त वर्ष 2021-22 में भारत
ने 70 लाख टन गेहूं का निर्यात किया था।
उन्होंने बताया कि गेहूं
की सरकारी खरीद अभी तक लगभग 175 लाख टन की हुई है और 2022-23 खरीफ विपणन
सीजन के दौरान 195 लाख टन के आसपास खरीद होने के आसार हैं। अभी मध्य प्रदेश
और उत्तर प्रदेश से 20 लाख टन गेहूं की खरीद होने की उम्मीद है। पिछले
रबी विपणन सीजन में एमएसपी पर 433.44 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हुई थी।
इस वर्ष सरकार ने 444 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य रखा था।
06 मई 2022
गेहूं के निर्यात पर रोक नहीं लगायेगी सरकार, उत्पादन अनुमान में 5.7 फ़ीसदी कटौती
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