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24 सितंबर 2021

दिल्ली में उड़द और मसूर की कीमतें तेज, काबुली चना मंदा, अरहर के भाव स्थिर

नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने के कारण शुक्रवार को दिल्ली के नया बाजार में उड़द के साथ ही मसूर की कीमतों में तेजी दर्ज की गई जबकि काबुली चना की कीमतों में गिरावट आई। इस दौरान अरहर की कीमतें स्थिर बनी रही।

दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने के कारण दिल्ली में बर्मा उड़द एसक्यू पुरानी और नई के दाम 100-100 रुपये तेज होकर क्रमश: 8,225 रुपये और 8,300 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इसी तरह उड़द एफएक्यू के भाव में भी 75 रुपये की तेजी आकर भाव 7,200 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात में उड़द की कटाई चल रही है, जबकि इन राज्यों में लगातार बारिश हो रही है, जिससे उड़द की उत्पादकता के साथ ही क्वालिटी को नुकससान हुआ है। अत: मंडियों में दागी मालों की आवक ज्यादा हो रही है, ऐसे में बढ़िया मालों में मिलों की बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि उड़द की कीमतों में बड़ी तेजी की उम्मीद नहीं है, क्योंकि उड़द दाल में ग्राहकी कमजोर है जबकि आगे मौसम साफ होने पर खरीफ की उड़द की आवक बढ़ेगी, साथ ही विदेशों से लगातार आयात बना रहेगा।

दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से दिल्ली में मध्य प्रदेश और कनाडा की मसूर की कीमतों में 100—150 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश: 7,750 रुपये और 7,600 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। नेफेड ने दिल्ली और कोलकाता से आयातित मसूर की 500-500 टन की खरीद क्रमश: 7,650 रुपये और 7,600 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की।

महाराष्ट्र और आंध्र प्रदेश लाईन के काबुली चना में मिलों की मांग कमजोर होने के कारण 100 से 200 रुपये की गिरावट दर्ज की गई। जबकि इंदौर लाईन के काबुली चने के दाम स्थिर बने रहे। काबुली चना पर 40 फीसदी आयात शुल्क होने के कारण विदेश से काबुली चना के आयात पड़ते नहीं लग रहे हैं।

दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से दिल्ली में बर्मा की लेमन अरहर पुरानी और नई के भाव क्रमश: 6,500 से 6,525 रुपये और 6,600 रुपये प्रति क्विंटल स्थिर बने रहे। हाजिर कारोबार में अफ्रीका लाईन की सस्ती अरहर के साथ ही विदेश से आयात बढ़ने की संभावना से कीमतें स्थिर बनी रही।

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