नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने के कारण बुधवार को दिल्ली के नया बाजार में मसूर की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई जबकि अरहर के साथ ही उड़द की कीमतें स्थिर बनी रही।
दाल मिलों की हाजिर मांग कमजोर होने से कनाडा और मध्य प्रदेश की मसूर की कीमतों में 50-50 रुपये की गिरावट आकर भाव क्रमश: 7,600 रुपये और 7,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। हालांकि कनाडा में मसूर का उत्पादन वर्ष 2021 के दौरान 1979 हजार टन ही होने का अनुमान है जो पिछले साल के 2868 हजार टन से 31 फीसदी और पांच साल के औसत उत्पादन से 25 फीसदी कम होगा। यह नौ साल में सबसे कम उत्पादन होगा। नेफेड ने निजी आयातकों से 10,000 टन आयातित मसूर खरीदने के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए है। आपूर्ति के लिए आयातित मसूर की कीमत 6,500 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक नहीं होनी चाहिए। बोलियां 3 सितंबर, 2021 को खोली जाएंगी तथा मसूर की डिलीवरी 15 सितंबर, 2021 तक पूरी हो जानी चाहिए।
दिल्ली में बर्मा उड़द एसक्यू पुरानी और नई के दाम क्रमश: 8,000 रुपये और 8,025 से 8,050 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। दूसरी और उड़द एफएक्यू नई के भाव भी 7,025 से 7,050 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। खरीफ उड़द की फसल की कटाई चल रही है तथा जिन राज्यों में कटाई चल रही है वहां बारिश होने से फसल को नुकसान होने का डर है।
दिल्ली में बर्मा की लेमन अरहर नई और पुरानी के भाव क्रमश: 6,850 से 6,875 रुपये और 6,725 से 6,750 रुपये प्रति क्विंटल स्थिर बने रहे। अरहर दाल में थोक के साथ ही खुदरा में ग्राहकी कमजोर है।
नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर सितंबर वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 154 रुपये की गिरावट आई और अक्टूबर वायदा अनुबंध में 113 रुपये प्रति क्विंटल का मंदा आया।
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