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03 सितंबर 2021

दिल्ली में मिलों की मांग बढ़ने से अरहर और मसूर तेज, उड़द के भाव स्थिर

नई दिल्ली। दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने के कारण शुक्रवार को दिल्ली के नया बाजार में अरहर के साथ ही मसूर की कीमतों में तेजी दर्ज की गई जबकि उड़द के दाम स्थिर हो गए।  

हालांकि दालों में खुदरा के साथ ही थोक मांग कमजोर बनी हुई है, लेकिन आगे त्यौहारी सीजन के कारण दालों की मांग में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।

दिल्ली में बर्मा की लेमन अरहर नई और पुरानी के भाव में 100-100 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश: 6,950 रुपये और 6,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। विदेशी आपूर्ति बनी रहने के बावजूद भी नीचे दाम पर मिलों की हाजिर मांग अच्छी देखी गई।

दाल मिलों की हाजिर मांग बढ़ने से दिल्ली में कनाडा और मध्य प्रदेश की मसूर की कीमतों में 100-100 रुपये की तेजी आकर भाव क्रमश: 7,700 रुपये और 7,900 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। कनाडा और संयुक्त राज्य अमेरिका में मसूर का उत्पादन कम होने का अनुमान है, जिस कारण विश्व बाजार में भाव तेज हैं। इसलिए घरेलू बाजार में कीमतों में सुधार आया है। कनाडा में मसूर का उत्पादन वर्ष 2021 के दौरान 31 फीसदी और पांच साल के औसत उत्पादन से 25 फीसदी कम होने का अनुमान है। नेफेड ने निजी आयातकों से 10,000 टन आयातित मसूर खरीदने के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए है। आपूर्ति के लिए आयातित मसूर की कीमत 6,500 रुपये प्रति क्विंटल से अधिक नहीं होनी चाहिए। बोलियां 3 सितंबर, 2021 को खोली जाएंगी तथा मसूर की डिलीवरी 15 सितंबर, 2021 तक पूरी हो जानी चाहिए।
 
दिल्ली में बर्मा उड़द एसक्यू पुरानी और नई के दाम क्रमश: 8,150 से 8,150 रुपये और 8,200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। इसी तरह से उड़द एफएक्यू नई के भाव भी 7,150 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर रहे।

खरीफ उड़द की कई राज्यों में कटाई चल रही है, जबकि इस समय हो रही बारिश से फसल को नुकसान की आशंका है। उधर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में उड़द की बुवाई के शुरुआती दौर में कम बारिश के कारण उड़द की फसल को नुकसान पहुंचा है।

नेशनल कमोडिटी एंड डेरिवेटिव्स एक्सचेंज, एनसीडीईएक्स पर सितंबर डिलीवरी वायदा अनुबंध में चना की कीमतों में 128 रुपये की तेजी आई। अक्टूबर महीने के वायदा अनुबंध में इसके भाव 57 रुपये प्रति क्विंटल तेज हुए।

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