नई दिल्ली। केंद्र सरकार गेहूं के बजाए सरसों और मसूर के उत्पादन को बढ़ाने पर जोर देना चाहती है, इसलिए केंद्र सरकार ने आगामी रबी विपणन सीजन 2022-23 के लिए जहां गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी में सिर्फ 40 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है, वहीं सरसों और मसूर के एमएसपी में क्रमश: 400-400 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की है।
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में केंद्र सरकार ने गेहूं के एमएसपी में 40 रुपये की बढ़ोतरी कर रबी विपणन सीजन 2022-23 के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी 2,015 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। इसी तरह से जौ का एमएसपी 35 रुपये बढ़ाकर 1,635 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। रबी विपणन सीजन 2021-22 के लिए गेहूं का एमएसपी 1,975 रुपये और जौ का 1,600 रुपये प्रति क्विंटल था।
मसूर के एमएसपी में 400 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 5,500 रुपये प्रति किवंटल तय किया है, जबकि चना के एमएसपी में 130 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 5,230 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। रबी विपणन सीजन 2021-22 के लिए मसूर का एमएसपी 5,100 रुपये और चना का भी 5,100 रुपये प्रति क्विंटल था।
सरसों के एमएसपी में केंद्र सरकार ने 400 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 5,050 रुपये और सनफ्लवर के एमएसपी में 114 रुपये की बढ़ोतरी कर भाव 5,441 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है। सरसों का एमएसपी रबी विपणन सीजन 2021-22 के लिए 4,650 रुपये और सनफ्लावर का 5,327 रुपये प्रति क्विंटल था।
08 सितंबर 2021
केंद्र सरकार ने गेहूं का एमएसपी 40 रुपये बढ़ाकर 2015 रुपये प्रति क्विंटल तय किया
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