नई दिल्ली। अगस्त में खाद्य एवं अखाद्य तेलों के आयात में 23 फीसदी की गिरावट आकर कुल आयात 1,053,810 टन का ही हुआ है, जबकि पिछले साल अगस्त में इनका आयात 1,370,457 टन का हुआ था।
साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसईए के अनुसार अगस्त में खाद्य तेलों का आयात 1,016,370 टन का हुआ, जबकि अखाद्य तेलों का आयात इस दौरान 37,440 टन का हुआ। पिछले साल अगस्त में खाद्य तेलों का आयात 1,308,405 टन का हुआ था, जबकि अखाद्य तेलों का आयात 62,052 टन का हुआ था।
एसईए के अनुसार चालू तेल वर्ष 2020-21 के पहले दस महीनों नवंबर-20 से अगस्त-21 के दौरान खाद्य एवं अखाद्य तेलों का आयात 4 फीसदी घटकर 10,708,446 टन का ही हुआ है, जबकि इसके पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में इनका आयात 11,195,890 टन का हुआ था। अगस्त में आयात तेलों में खाद्य तेलों की हिस्सेदारी 10,386,517 टन की रही, जबकि इस दौरान 321,929 अखाद्य तेलों का आयात हुआ। पिछले तेल वर्ष की समान अवधि में जहां खाद्य तेलों का आयात 10,906,259 टन का हुआ था, वहीं अखाद्य तेलों का आयात इस दौरान 289,631 का हुआ था।
केंद्र सरकार ने 10 सितंबर, 2021, को सीपीओ, आरबीडी पामोलिन, आरबीडी पाम ऑयल, क्रूड और रिफाइंड सोयाबीन और सूरजमुखी तेल के आयात पर शुल्क को 5.5 फीसदी कर दिया था, लेकिन मलेशिया में पॉम तेल के दाम तेज होने के कारण घरेलू बाजार में इनकी कीमतों में मंदा नहीं आया।
भारतीय बंदरगार पर आरबीडी पॉमोलीन का भाव अगस्त में बढ़कर औसतन 1,196 डॉलर प्रति टन हो गए, जबकि जुलाई में इसका भाव 1,190 डॉलर प्रति टन था। हालांकि इस दौरान क्रुड पॉम तेल का भाव जुलाई के 1,230 डॉलर से घटकर 1,217 डॉलर प्रति टन रह गया। क्रुड सोयाबीन तेल का भाव भारतीय बंदरगाह पर अगस्त में घटकर 1,362 डॉलर प्रति टन रह गया, जबकि जुलाई में इसका औसत भाव 1,374 डॉलर प्रति टन था।
15 सितंबर 2021
अगस्त में खाद्य तेलों का आयात 23 फीसदी घटा - एसईए
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