नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा अरहर और उड़द के आयात की समय सीमा बढ़ाने का इंडिया पल्स एंड ग्रेन्स एसोसिएशन (आईपीजीए) ने स्वागत किया है। केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार अरहर और उड़द का मुक्त आयात 31 जनवरी 2022 तक किया जा सकेगा, तथा बिलिंग की तिथि 31 दिसंबर 2021 या उससे पहले की होनी चाहिए।
आईपीजीए के वाइस चेयरमैन बिमल कोठारी ने कहा कि आईपीजीए 31 दिसंबर, 2021 तक ओजीएल के तहत अरहर, उड़द और मूंग के आयात की समय सीमा बढ़ाने के केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत करता है। चालू मानसूनी सीजन के पहले तीन महीनों जून से जुलाई के दौरान कई राज्यों में बारिश सामान्य की तुलना में कम हुई थी, जबकि सितंबर में बारिश ज्यादा हो रही है जिससे अरहर, उड़द और मूंग की फसल प्रभावित होने से इनके उत्पादन अनुमान में भारी कमी आने की आशंका है। भारत सरकार ने इस पर शीघ्र संज्ञान लेते हुए आयात की अवधि को बढ़ाकर एक सक्रिय कदम उठाया है, जिससे त्यौहारी सीजन में इन दालों का आयात एवं घरेलू फसल आने से पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित हो सकेगी। इससे त्योहारी सीजन के दौरान दालों की कीमतों को स्थिर रखने में भी मदद मिलेगी।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार अरहर और उड़द का मुक्त आयात 31 जनवरी 2022 तक किया जा सकेगा, तथा बिलिंग की तिथि 31 दिसंबर 2021 या उससे पहले की होनी चाहिए। मालूम हो कि इससे पहले केंद्र सरकार ने आयातित दालों की सभी खेपों को 30 नवंबर 2021 को या उससे पहले, भारतीय बंदरगाह पर पहुंचने के साथ ही आयात के मालों की बिलिंग तिथि 31 अक्टूबर 2021 या उससे पहले की तय कर रखी थी।
पूर्वी अफ्रीका में अरहर की कटाई अगस्त अंत तक होती है और शिपमेंट सितंबर के महीने में शुरू होती है। साथ ही कंटेनरों की कमी के कारण आयात माल आने में भी समय लग रहा है। ऐसे में आयात अविध बढ़ाने से आयातक समय पर माल ला सकेंगे।
14 सितंबर 2021
आईपीजीए ने दालों के आयात की अवधि बढ़ाने फैसले का स्वागत किया
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