नई दिल्ली। देश में अच्छी होने के कारण चालू खरीफ सीजन 2021-22 (जुलाई-जून) में खाद्यान्न उत्पादन 15 करोड़ टन से अधिक से अधिक होने का अनुमान है।
दक्षिण पश्चिम मानसून के आगमन के साथ जून में खरीफ की प्रमुख फसल धान के साथ ही अन्य खरीफ फसलों की बुवाई शुरू हो जाती है। यह इस माह के अंत तक समाप्त हो जाएगी। वहीं, देश के कुछ राज्यों में खरीफ फसलों की कटाई आरंभ हो गई है तथा अक्टूबर में कटाई में तेजी आयेगी।
कृषि मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार इस साल अभी तक अच्छी बारिश हुई है। चौथे अग्रिम अनुमान के अनुसार, पिछले साल कुल खरीफ में खाद्यान्न उत्पादन 14 करोड़ 95 लाख 60 हजार टन हुआ था। चूंकि इस साल दलहन और धान के रकबे में बढ़ोतरी होने की संभावना है, इसलिए खाद्यान्न उत्पादन निश्चित रूप से पिछले खरीफ सीजन की तुलना में अधिक होने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय चालू खरीफ में खाद्यान्न उत्पादन 15 करोड़ टन से अधिक होने की उम्मीद कर रहा है, जो खरीफ सीजन 2020-21 के 14 करोड़ 95 लाख टन से अधिक है। सूत्रों के अनुसार चालू खरीफ सीजन के लिए खाद्यान्न उत्पादन का पहला अनुमान 15 सितंबर के आसपास जारी किया जाएगा।
पिछले साल के मुकाबले अब तक की बुवाई का रकबा 10 लाख हेक्टेयर कम होने के बावजूद खरीफ खाद्यान्न उत्पादन अधिक होने का अनुमान है, क्योंकि मंत्रालय को सितंबर अंत तक बुवाई के रकबे का अंतर कम होने की उम्मीद है।
चालू खरीफ में 10 सितंबर तक खरीफ फसलों का कुल बुआई रकबा 1,096.70 लाख हेक्टेयर तक हो गया है, जबकि पिछले खरीफ सीजन की समान अवधि में 1,106.57 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई थी। धान और दलहन के खेती के रकबे में मामूली वृद्धि हुई है, जबकि मोटे अनाज, कपास और मूंगफली जैसी फसलों के क्षेत्र में गिरावट आई है।
हालांकि, बुवाई के रकबे में अंतर कम हो रहा है क्योंकि कुछ हिस्सों में बुवाई इस महीने के अंत तक खत्म हो जाएगी।
केंद्र सरकार ने राज्यों को खरीफ फसलों की खरीद के लिए आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा है क्योंकि कुछ राज्यों में इन फसलों की आवक शुरू हो गई है। कर्नाटक में दलहन की फसल की आवक शुरू हो गई है और राज्य सरकार को लगभग 40,000 टन की खरीद की अनुमति दे दी गई है।
13 सितंबर 2021
चालू खरीफ में खाद्यान्न उत्पादन 15 करोड़ टन से अधिक होने का अनुमान
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