आर एस राणा
नई दिल्ली। गेहूं के आयात को हत्तोसाहित करने के लिए केंद्र सरकार ने 28 मार्च को इसके आयात पर 10 फीसदी का आयात शुल्क लगाया था, लेकिन आयातित शुल्क लगने के बावजूद भी आयातित गेहूं सस्ता पड़ रहा है, इसीलिए दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें उत्तर भारत के राज्यों से गेहूं की खरीद नहीं कर रही है जिससे उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश की मंडियों में जहां गेहूं की सरकारी खरीद नहीं हो रही है, वहां न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे गेहूं बिक रहा है। अतः केंद्र सरकार ने जल्दी ही गेहूं के आयात शुल्क में बढ़ोतरी नहीं की, तो गेहूं की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है।
केंद्र सरकार गेहूं के आयात पर 10 फीसदी का शुल्क लगा देने के बाद से आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं की कीतमों 40 से 50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई है। आस्ट्रेलियाई से आयातित का भाव तुतीकोरन बंदरगाह पर 215 से 217 डॉलर प्रति टन सितंबर डिलीवरी रह गए हैं, जबकि मार्च के मध्य में इसके भाव 220 से 221 डॉलर प्रति टन थे। यूक्रेन से आयातित लाल गेहूं का भाव घटकर इस दौरान 195 डॉलर प्रति टन रह गए। तुतीकोरन बंदरगाह पर आस्ट्रेलियाई गेहूं के भाव 1,690 रुपये और लाल गेहूं के भाव 1,640 रुपये प्रति क्विंटल सितंबर डिलीवरी के चल रहे हैं।
आयातित गेहूं सस्ता होने के कारण ही दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश से गेहूं की खरीद नहीं कर रही है। चालू फसल सीजन में गेहूं की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता ज्यादा है तथा दक्षिण भारत की फ्लोर मिलों की खरीद नहीं हो रही है, इसीलिए उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश की मंडियों में जहां गेहूं की सरकारी खरीद नहीं हो रही है वहां 1,400 से 1,550 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं बिक रहा है जबकि केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए गेहूं का एमएसपी 1,625 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
मध्य प्रदेश की रतलाम मंडी में गेहूं का भाव बुधवार को 1,525 रुपये, खांडवा में 1,535 रुपये प्रति क्विंटल रहा। राजस्थान की केकड़ी मंडी मेें गेहूं का भाव 1,530 रुपये और उत्तर प्रदेश की कई मंडियों में गेहूं 1,400 से 1,450 रुपये प्रति क्विंटल है।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) चालू रबी विपणन सीजन 2017-18 में अभी तक एमएसपी पर 134.41 लाख टन गेहूं की खरीद कर चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 120.29 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। हरियाणा से चालू रबी में अभी तक 50.82 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस समय तक हरियाणा से 49.46 लाख टन गेहूं खरीदा गया था। पंजाब से एमएसपी पर अभी तक 45.92 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक पंजाब से 39.84 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी। उधर मध्य प्रदेश से चालू रबी विपणन सीजन में अभी तक 32.61 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में मध्य प्रदेश से 29.19 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी।
उत्तर प्रदेश से चालू रबी में अभी तक 2.13 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य से 76,313 टन गेहूं ही खरीदा गया था। राजस्थान से एमएसपी पर अभी तक 2.84 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 95,757 टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी।.................आर एस राणा
नई दिल्ली। गेहूं के आयात को हत्तोसाहित करने के लिए केंद्र सरकार ने 28 मार्च को इसके आयात पर 10 फीसदी का आयात शुल्क लगाया था, लेकिन आयातित शुल्क लगने के बावजूद भी आयातित गेहूं सस्ता पड़ रहा है, इसीलिए दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें उत्तर भारत के राज्यों से गेहूं की खरीद नहीं कर रही है जिससे उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश की मंडियों में जहां गेहूं की सरकारी खरीद नहीं हो रही है, वहां न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे गेहूं बिक रहा है। अतः केंद्र सरकार ने जल्दी ही गेहूं के आयात शुल्क में बढ़ोतरी नहीं की, तो गेहूं की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है।
केंद्र सरकार गेहूं के आयात पर 10 फीसदी का शुल्क लगा देने के बाद से आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं की कीतमों 40 से 50 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई है। आस्ट्रेलियाई से आयातित का भाव तुतीकोरन बंदरगाह पर 215 से 217 डॉलर प्रति टन सितंबर डिलीवरी रह गए हैं, जबकि मार्च के मध्य में इसके भाव 220 से 221 डॉलर प्रति टन थे। यूक्रेन से आयातित लाल गेहूं का भाव घटकर इस दौरान 195 डॉलर प्रति टन रह गए। तुतीकोरन बंदरगाह पर आस्ट्रेलियाई गेहूं के भाव 1,690 रुपये और लाल गेहूं के भाव 1,640 रुपये प्रति क्विंटल सितंबर डिलीवरी के चल रहे हैं।
आयातित गेहूं सस्ता होने के कारण ही दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश से गेहूं की खरीद नहीं कर रही है। चालू फसल सीजन में गेहूं की प्रति हैक्टेयर उत्पादकता ज्यादा है तथा दक्षिण भारत की फ्लोर मिलों की खरीद नहीं हो रही है, इसीलिए उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश की मंडियों में जहां गेहूं की सरकारी खरीद नहीं हो रही है वहां 1,400 से 1,550 रुपये प्रति क्विंटल गेहूं बिक रहा है जबकि केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2017-18 के लिए गेहूं का एमएसपी 1,625 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है।
मध्य प्रदेश की रतलाम मंडी में गेहूं का भाव बुधवार को 1,525 रुपये, खांडवा में 1,535 रुपये प्रति क्विंटल रहा। राजस्थान की केकड़ी मंडी मेें गेहूं का भाव 1,530 रुपये और उत्तर प्रदेश की कई मंडियों में गेहूं 1,400 से 1,450 रुपये प्रति क्विंटल है।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) चालू रबी विपणन सीजन 2017-18 में अभी तक एमएसपी पर 134.41 लाख टन गेहूं की खरीद कर चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 120.29 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। हरियाणा से चालू रबी में अभी तक 50.82 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है, जबकि पिछले साल इस समय तक हरियाणा से 49.46 लाख टन गेहूं खरीदा गया था। पंजाब से एमएसपी पर अभी तक 45.92 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक पंजाब से 39.84 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी। उधर मध्य प्रदेश से चालू रबी विपणन सीजन में अभी तक 32.61 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में मध्य प्रदेश से 29.19 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी।
उत्तर प्रदेश से चालू रबी में अभी तक 2.13 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य से 76,313 टन गेहूं ही खरीदा गया था। राजस्थान से एमएसपी पर अभी तक 2.84 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 95,757 टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी।.................आर एस राणा
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