आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी विपणन सीजन 2017-18 में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद बढ़कर 214.50 लाख टन की हो गई है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 188.11 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी। 25 अप्रैल को करीब 10 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है। पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश में खरीद 30 अप्रैल तक ज्यादा रहेगी, उसके बाद खरीद में कमी आयेगी।
चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की एमएसपी पर अभी तक हुई कुल खरीद में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी पंजाब की 93.66 लाख टन की है, जबकि पिछले साल इस समय तक पंजाब से 87.35 लाख टन गेहूं खरीदा गया था। हरियाणा से एमएसपी पर अभी तक 65.91 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक हरियाणा से 60.86 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी।
मध्य प्रदेश से चालू रबी विपणन सीजन में अभी तक 43.80 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में मध्य प्रदेश से 34.42 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। अन्य राज्यों में उत्तर प्रदेश से अभी तक 5.43 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य से 2.10 टन गेहूं ही खरीदा गया था। राजस्थान से एमएसपी पर अभी तक 5.58 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 3.28 टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी।
कृषि मंत्रालय आज गेहूं का तीसरा उत्पादन अनुमान जारी करेगा, माना जा रहा है कि तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार गेहूं का उत्पादन 980 लाख टन होगा, जबकि दूसरे आरभिक अनुमान के अनुसार गेहूं का उत्पादन 966.4 लाख टन का हुआ था। गेहूं के आयात पर इस समय 10 फीसदी आयात शुल्क लागू है लेकिन इसके बावजूद भी आयातित गेहूं दक्षिण भारत भारत की फ्लोर मिलों को भारतीय गेहूं के मुकाबले सस्ता पड़ रहा है, इसीलिए दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश से खरीद नहीं कर रही हैं। ऐसे में इन राज्यों की मंडियों में जहां सरकारी खरीद नहीं हो रही है, वहां गेहूं 1,400 से 1,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिक रहा है।............... आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी विपणन सीजन 2017-18 में गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद बढ़कर 214.50 लाख टन की हो गई है जबकि पिछले साल इस समय तक केवल 188.11 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी। 25 अप्रैल को करीब 10 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है। पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश में खरीद 30 अप्रैल तक ज्यादा रहेगी, उसके बाद खरीद में कमी आयेगी।
चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की एमएसपी पर अभी तक हुई कुल खरीद में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी पंजाब की 93.66 लाख टन की है, जबकि पिछले साल इस समय तक पंजाब से 87.35 लाख टन गेहूं खरीदा गया था। हरियाणा से एमएसपी पर अभी तक 65.91 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक हरियाणा से 60.86 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी।
मध्य प्रदेश से चालू रबी विपणन सीजन में अभी तक 43.80 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में मध्य प्रदेश से 34.42 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। अन्य राज्यों में उत्तर प्रदेश से अभी तक 5.43 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है जबकि पिछले साल इस समय तक राज्य से 2.10 टन गेहूं ही खरीदा गया था। राजस्थान से एमएसपी पर अभी तक 5.58 लाख टन गेहूं की सरकारी खरीद हो चुकी है जबकि पिछले साल इस समय तक 3.28 टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी।
कृषि मंत्रालय आज गेहूं का तीसरा उत्पादन अनुमान जारी करेगा, माना जा रहा है कि तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार गेहूं का उत्पादन 980 लाख टन होगा, जबकि दूसरे आरभिक अनुमान के अनुसार गेहूं का उत्पादन 966.4 लाख टन का हुआ था। गेहूं के आयात पर इस समय 10 फीसदी आयात शुल्क लागू है लेकिन इसके बावजूद भी आयातित गेहूं दक्षिण भारत भारत की फ्लोर मिलों को भारतीय गेहूं के मुकाबले सस्ता पड़ रहा है, इसीलिए दक्षिण भारत की फ्लोर मिलें उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश से खरीद नहीं कर रही हैं। ऐसे में इन राज्यों की मंडियों में जहां सरकारी खरीद नहीं हो रही है, वहां गेहूं 1,400 से 1,500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बिक रहा है।............... आर एस राणा
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