आर एस राणा
नई दिल्ली। राजस्थान में चालू सीजन में ग्वार सीड की पैदावार में और कमी आने का अनुमान है। राज्य के कृषि निदेशालय द्वारा जारी तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार राज्य में ग्वार सीड का उत्पादन घटकर 14.04 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि इससे पहले दूसरे अग्रिम अनुमान में राज्य सरकार ने 14.25 लाख टन ग्वार सीड के उत्पादन का अनुमान लगाया था। राज्य में पिछले साल 22.23 लाख टन ग्वार सीड का उत्पादन हुआ था।
स्टॉकिस्टों की खरीद से इस समय ग्वार सीड और ग्वार गम की कीमतों में तेजी बनी हुई है। शनिवार को जोधुपर मंडी में ग्वार सीड का भाव बढ़कर 4,175 रुपये प्रति क्विंटल हो गया जबकि गंगानगर मंडी में इसका भाव बढ़कर 4,100 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। जोधुपर मंडी में ग्वार गम का भाव बढ़कर 8,875 रुपये प्रति क्विंटल हो गया।
ग्वार सीड और ग्वार गम की कीमतों में तेजी-मंदी मंगलवार को भारतीय मानसून विभाग द्वारा जारी पहले अग्रिम अनुमान के आधार पर ही तय होगा। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) अपना पहला अनुमान मंगलवार को जारी करेगा। जिस तरह से विदेशी कंपनियों ने चालू सीजन में मानसून कमजोर रहने की आशंका जताई है, तथा अलीनो का प्रभाव 50 फीसदी होने का अनुमान लगाया है, अगर आईएमडी ने भी इसी तरह का अनुमान जारी किया तो फिर ग्वार सीड के भाव में और तेजी बन सकती है। माना जा रहा है कि उत्पादक मंडियों में ग्वार सीड के भाव बढ़कर 4,500 रुपये प्रति क्विंटल बन सकते हैं। अगर मौसम विभाग ने सामान्य से ज्यादा बारिश होने की भविष्यवाणी कर दी तो भाव में फिर गिरावट भी आ सकती है।
वित्त वर्ष 2016-17 के पहले 11 महीनों अप्रैल से फरवरी के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात बढ़कर 3.66 लाख टन का हो चुका है जबकि इसके पहले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 2.97 लाख टन का हुआ था। जनवरी और फरवरी में जहां निर्यात में तेजी आई है, वहीं निर्यातकों के अनुसार मार्च और अप्रैल के निर्यात सौदे भी ज्यादा मात्रा में हुए हैं।................आर एस राणा
नई दिल्ली। राजस्थान में चालू सीजन में ग्वार सीड की पैदावार में और कमी आने का अनुमान है। राज्य के कृषि निदेशालय द्वारा जारी तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार राज्य में ग्वार सीड का उत्पादन घटकर 14.04 लाख टन ही होने का अनुमान है जबकि इससे पहले दूसरे अग्रिम अनुमान में राज्य सरकार ने 14.25 लाख टन ग्वार सीड के उत्पादन का अनुमान लगाया था। राज्य में पिछले साल 22.23 लाख टन ग्वार सीड का उत्पादन हुआ था।
स्टॉकिस्टों की खरीद से इस समय ग्वार सीड और ग्वार गम की कीमतों में तेजी बनी हुई है। शनिवार को जोधुपर मंडी में ग्वार सीड का भाव बढ़कर 4,175 रुपये प्रति क्विंटल हो गया जबकि गंगानगर मंडी में इसका भाव बढ़कर 4,100 रुपये प्रति क्विंटल हो गया। जोधुपर मंडी में ग्वार गम का भाव बढ़कर 8,875 रुपये प्रति क्विंटल हो गया।
ग्वार सीड और ग्वार गम की कीमतों में तेजी-मंदी मंगलवार को भारतीय मानसून विभाग द्वारा जारी पहले अग्रिम अनुमान के आधार पर ही तय होगा। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) अपना पहला अनुमान मंगलवार को जारी करेगा। जिस तरह से विदेशी कंपनियों ने चालू सीजन में मानसून कमजोर रहने की आशंका जताई है, तथा अलीनो का प्रभाव 50 फीसदी होने का अनुमान लगाया है, अगर आईएमडी ने भी इसी तरह का अनुमान जारी किया तो फिर ग्वार सीड के भाव में और तेजी बन सकती है। माना जा रहा है कि उत्पादक मंडियों में ग्वार सीड के भाव बढ़कर 4,500 रुपये प्रति क्विंटल बन सकते हैं। अगर मौसम विभाग ने सामान्य से ज्यादा बारिश होने की भविष्यवाणी कर दी तो भाव में फिर गिरावट भी आ सकती है।
वित्त वर्ष 2016-17 के पहले 11 महीनों अप्रैल से फरवरी के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात बढ़कर 3.66 लाख टन का हो चुका है जबकि इसके पहले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 2.97 लाख टन का हुआ था। जनवरी और फरवरी में जहां निर्यात में तेजी आई है, वहीं निर्यातकों के अनुसार मार्च और अप्रैल के निर्यात सौदे भी ज्यादा मात्रा में हुए हैं।................आर एस राणा
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