देश भर में बने मौसमी सिस्टम
पूर्वी
असम पर हवाओं
में एक चक्रवाती क्षेत्र बना
हुआ है। दक्षिणी कोंकण
और उससे सटे
भागों पर भी
ऊपरी हवाओं में
एक चक्रवाती क्षेत्र दिखाई
दे रहा है।
दक्षिणी अंडमान
सागर और उससे
सटे बंगाल की
खाड़ी के भागों
पर एक चक्रवाती हवाओं
का क्षेत्र मौसम
को प्रभावित कर
रहा है। यह
सिस्टम धीरे-धीरे
प्रभावी हो रहा है।
अनुमान है कि
14 अप्रैल
को यह निम्न
दबाव के क्षेत्र में
तब्दील हो सकता
है।
कोमोरिन क्षेत्र से
आंतरिक तमिलनाडु तक
एक ट्रफ रेखा
बनी हुई है।
इसके अलावा एक
अन्य ट्रफ रेखा
उत्तरी तटीय ओड़ीशा
से आंध्र प्रदेश
तक पहुँच रही
है।
देश के विभिन्न भागों में दर्ज की गई मौसमी गतिविधियां
बीते
24 घंटे
के दौरान केरल
और तमिलनाडु में
कुछ स्थानों पर
गरज के साथ
हल्की बारिश दर्ज
की गई है।
तटीय कर्नाटक, मणिपुर
और अंडमान व
निकोबार द्वीपसमूह में भी एक-दो स्थानों पर
बौछारें गिर सकती हैं।
उत्तर-पश्चिम और मध्य
भारत के राज्यों में
दिन और रात
के तापमान में
बढ़ोत्तरी दर्ज की गई
है। गुजरात के
कई भागों में
लू का प्रकोप
जारी रहा। राज्य
के कई हिस्सों में
अधिकतम तापमान 42 डिग्री
के ऊपर रिकॉर्ड किया
गया।
आगामी 24 घंटों का मौसमी पूर्वानुमान
अगले
24 घंटों
के दौरान केरल,
तटीय कर्नाटक और
आंतरिक तमिलनाडु में
कुछ स्थानों पर
प्री-मॉनसून वर्षा
होने की संभावना है।
पूर्वी असम और
अरुणाचल प्रदेश में कहीं-कहीं हल्की बौछारें दर्ज
की जा सकती
हैं।
उत्तर-पश्चिम और गंगा
के मैदानी भागों
में आ रही
मध्यम हवाएँ अब
कमजोर हो जाएंगी। हवाओं
में इस बदलाव
के चलते उत्तर-पश्चिम और मध्य
भारत में तापमान
में बढ़ोत्तरी का
क्रम जारी रहेगा।
गुजरात
के बाकी हिस्सों में
भी बन सकते
हैं लू जैसे
हालात। राजस्थान में
एक-दो स्थानों पर
लू चलने के
आसार हैं।………….www.skymetweather.com
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