आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी विपणन सीजन 2017-18 में अभी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की सरकारी खरीद 100.98 लाख टन की गई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 96.60 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार अभी तक हुई कुल खरीद में ज्यादा हिस्सेदारी हरियाणा की 41.05 लाख टन, मध्य प्रदेश की 29.22 लाख टन और पंजाब से 28.20 लाख टन गेहूं की खरीद एमएसपी पर हो चुकी है। इसके अलावा राजस्थान से 1.72 लाख टन और उत्तर प्रदेश से 73,000 टन गेहूं की खरीद ही हो पाई है।
चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की खरीद का लक्ष्य केंद्र सरकार ने 330 लाख टन तय किया है जबकि पिछले साल 229.61 लाख टन गेहूं की खरीद एमएसपी पर हुई थी। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी सीजन में गेहूं का उत्पादन बढ़कर 966.4 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 922.9 लाख टन का ही हुआ था। चालू रबी में मौसम गेहूं की फसल के अनुकूल रहा है जिससे प्रति हैक्टेयर उत्पादन अच्छी होने से उत्पादन रिकार्ड होने का अनुमान है।
उधर केंद्र सरकार ने गेहूं के आयात पर 10 फीसदी आयात शुल्क लगा रखा है, इसके बावजूद भी आयात हो रहा है। आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं दक्षिण भारत की फ्लोर मिलों को सस्ता पड़ रहा है, इसलिए आगामी दिनों में दक्षिण भारत की फ्लोर मिलों की मांग उत्तर भारत से कम रहेगी, जिससे गेहूं की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है।.................आर एस राणा
नई दिल्ली। चालू रबी विपणन सीजन 2017-18 में अभी तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की सरकारी खरीद 100.98 लाख टन की गई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 96.60 लाख टन गेहूं की खरीद ही हो पाई थी।
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार अभी तक हुई कुल खरीद में ज्यादा हिस्सेदारी हरियाणा की 41.05 लाख टन, मध्य प्रदेश की 29.22 लाख टन और पंजाब से 28.20 लाख टन गेहूं की खरीद एमएसपी पर हो चुकी है। इसके अलावा राजस्थान से 1.72 लाख टन और उत्तर प्रदेश से 73,000 टन गेहूं की खरीद ही हो पाई है।
चालू रबी विपणन सीजन में गेहूं की खरीद का लक्ष्य केंद्र सरकार ने 330 लाख टन तय किया है जबकि पिछले साल 229.61 लाख टन गेहूं की खरीद एमएसपी पर हुई थी। कृषि मंत्रालय के अनुसार चालू रबी सीजन में गेहूं का उत्पादन बढ़कर 966.4 लाख टन होने का अनुमान है जबकि पिछले साल इसका उत्पादन 922.9 लाख टन का ही हुआ था। चालू रबी में मौसम गेहूं की फसल के अनुकूल रहा है जिससे प्रति हैक्टेयर उत्पादन अच्छी होने से उत्पादन रिकार्ड होने का अनुमान है।
उधर केंद्र सरकार ने गेहूं के आयात पर 10 फीसदी आयात शुल्क लगा रखा है, इसके बावजूद भी आयात हो रहा है। आस्ट्रेलिया से आयातित गेहूं दक्षिण भारत की फ्लोर मिलों को सस्ता पड़ रहा है, इसलिए आगामी दिनों में दक्षिण भारत की फ्लोर मिलों की मांग उत्तर भारत से कम रहेगी, जिससे गेहूं की कीमतों में तेजी की संभावना नहीं है।.................आर एस राणा
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