एग्री जिंसों की दैनिक रिपोर्ट.......दिनांक 8 मार्च 2016
चना में ग्राहकी कमजोर, मटर की फसल कम रहने की उम्मीद
आर एस राणा
नई दिल्ली। दिल्ली में चना के भाव 4,625 से 4,750 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। चना की आवक अभी कमजोर है साथ ही स्टॉकिस्टों की खरीद अभी निकली नहीं है इसलिए चना की कीमतों में गिरावट आयेगी, उत्पादक क्षेत्रों में कहीं-कहीं बारिष हुई है जिससे पछेती फसल को पायदा है।
मटर की फसल इस साल मध्य प्रदेष के साथ ही उत्तर प्रदेष में भी कम रहेगी, 15 दिन में उत्पादक राज्यों की मंडियों में नई फसल की आवक ष्षुरु हो जायेगी, खपत के हिसाब से देष में उत्पादन कम रहेगा इसलिए आयातित मटर पर निर्भरता ज्यादा रहेगी।
सोयाबीन तेल में घरेलू मांग पहले की तुलना में बढ़ी है, सोया खली में भी घरेलू मांग अच्छी बनी हुई है, घरेलू बाजार में अब सोयाबीन की उपलब्धता कम है इसलिए भविष्य मंदे का नहीं है आगामी दिनों में इसकी कीमतों में तेजी की ही संभावना है।
सरसों की कीमतों में मंदा है, ग्राहकी नहीं है जबकि आगामी दिनों में दैनिक आवक और बढ़ेगी, इसलिए अभी स्टॉक की स्थिति नहीं है। सरसों में 200 रुपये की गिरावट आये तभी स्टॉक करने की स्थिति बनेगी, उत्पादक राज्यों में हाल ही में हुई बारिष से फसल को ज्यादा नुकसान नहीं है फसल अभी भी 60 लाख टन होने की संभावना बनी हुई है।
दक्षिण भारत में चीनी की कीमतें तेज बनी हुई है जबकि दक्षिण भारत की तेजी के कारण उत्तर भारत के मिलर्स भाव नहीं दे रहे हैं इसलिए आगामी दिनों में उत्तर भारत में चीनी की कीमतों में और तेजी आयेगी। स्टॉकिस्ट चीनी में अभी मंदे में नहीं हैं।
कपास में अहमदाबाद से कुछ निर्यात सौदे हुए हैं, चीन की आयात मांग नहीं निकल रही है लेकिन चालू सीजन में पैदावार ज्यादा है तथा कुछ निर्यात पिछले साल की तुलना में ज्यादा ही होने का अनुमान है। मौजूदा कीमतों में गिरावट की संभावना नहींे है लेकिन अभी लंबी तेजी भी नहीं है। अभी भाव सीमित घटबढ़ में ही रहेंगे।
हाल ही में हुई बारिष से उत्तर भारत के राज्यों में गेहूं की फसल को नुकसान नहीं है, बल्कि पछेती फसल को फायदा ज्यादा है, इससे दाना मोटा होगा, इसलिए आगे गेहूं की कीमतों में गिरावट ही आयेगी।
मक्का की कीमतों में और गिरावट आयेगी, फीड निर्माताओं की होली की मांग भी पूरी हो रही है जबकि आगे चलकर बिहार की फसल आयेगी जो अभी तक अच्छी है इसलिए भाव में और गिरावट आयेगी।
जौ की फसल बारिष से फायदा हुआ है इसलिए आगे भाव में 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आयेगी। अभी माल्ट कंपनियां की खरीद भी नहीं आयेगी।
ग्वार गम और ग्वार सीड में बाजार स्थिर है, मंदा आने पर बिकवाली कम आती है जबकि ग्वार गम उत्पादों की निर्यात मांग कमजोर है इसलिए तेजी टिक नहीं पा रही है। आगामी दिनों में भाव 100 से 200 रुपये की तेजी-मंदी में ही चलेंगे। जोधपुर मंडी में ग्वार गम 5,525 रुपये और ग्वार सीड के भाव 3,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे। गंगानगर मंडी में भाव 2,900 रुपये प्रति क्विंटल रहे। दैनिक आवक 30 हजार क्विंटल की हुई।
हल्दी की निजामाबाद और इरोड मंडियां बंद हैं।
उत्पादक मंडियों में जीरा की दैनिक आवक बढ़ी है, जीरा की पैदावार चालू सीजन में बढ़ने का अनुमान है इसलिए आगामी दिनों में और गिरावट आने का अनुमान है। उंझा मंडी में जीरा की दैनिक आवक 45 से 50 हजार बोरी की हुई जबकि भाव 2,600 से 2,700 रुपये, बेस्ट 2,700 से 2,800 रुपये और सुपर के भाव 2,900 से 3,000 रुपये प्रति 20 किलो रहे।
सौंफ की दैनिक आवक 12,000 बोरियों की हुई जबकि भाव 1,800 से 2,500 रुपये और बेस्ट के भाव 2,500 से 4,000 रुपये प्रति 20 किलो रहे।
धनिया का उत्पादन भी पिछले साल की तुलना में ज्यादा होने का अनुमान है, अभी स्टॉकिस्ट तेजी में नहीं है। धनिया का आयात अभी हो रही है जोकि भारतीय धनिया के मुकाबले सस्ता है।.......आर एस राणा
चना में ग्राहकी कमजोर, मटर की फसल कम रहने की उम्मीद
आर एस राणा
नई दिल्ली। दिल्ली में चना के भाव 4,625 से 4,750 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं। चना की आवक अभी कमजोर है साथ ही स्टॉकिस्टों की खरीद अभी निकली नहीं है इसलिए चना की कीमतों में गिरावट आयेगी, उत्पादक क्षेत्रों में कहीं-कहीं बारिष हुई है जिससे पछेती फसल को पायदा है।
मटर की फसल इस साल मध्य प्रदेष के साथ ही उत्तर प्रदेष में भी कम रहेगी, 15 दिन में उत्पादक राज्यों की मंडियों में नई फसल की आवक ष्षुरु हो जायेगी, खपत के हिसाब से देष में उत्पादन कम रहेगा इसलिए आयातित मटर पर निर्भरता ज्यादा रहेगी।
सोयाबीन तेल में घरेलू मांग पहले की तुलना में बढ़ी है, सोया खली में भी घरेलू मांग अच्छी बनी हुई है, घरेलू बाजार में अब सोयाबीन की उपलब्धता कम है इसलिए भविष्य मंदे का नहीं है आगामी दिनों में इसकी कीमतों में तेजी की ही संभावना है।
सरसों की कीमतों में मंदा है, ग्राहकी नहीं है जबकि आगामी दिनों में दैनिक आवक और बढ़ेगी, इसलिए अभी स्टॉक की स्थिति नहीं है। सरसों में 200 रुपये की गिरावट आये तभी स्टॉक करने की स्थिति बनेगी, उत्पादक राज्यों में हाल ही में हुई बारिष से फसल को ज्यादा नुकसान नहीं है फसल अभी भी 60 लाख टन होने की संभावना बनी हुई है।
दक्षिण भारत में चीनी की कीमतें तेज बनी हुई है जबकि दक्षिण भारत की तेजी के कारण उत्तर भारत के मिलर्स भाव नहीं दे रहे हैं इसलिए आगामी दिनों में उत्तर भारत में चीनी की कीमतों में और तेजी आयेगी। स्टॉकिस्ट चीनी में अभी मंदे में नहीं हैं।
कपास में अहमदाबाद से कुछ निर्यात सौदे हुए हैं, चीन की आयात मांग नहीं निकल रही है लेकिन चालू सीजन में पैदावार ज्यादा है तथा कुछ निर्यात पिछले साल की तुलना में ज्यादा ही होने का अनुमान है। मौजूदा कीमतों में गिरावट की संभावना नहींे है लेकिन अभी लंबी तेजी भी नहीं है। अभी भाव सीमित घटबढ़ में ही रहेंगे।
हाल ही में हुई बारिष से उत्तर भारत के राज्यों में गेहूं की फसल को नुकसान नहीं है, बल्कि पछेती फसल को फायदा ज्यादा है, इससे दाना मोटा होगा, इसलिए आगे गेहूं की कीमतों में गिरावट ही आयेगी।
मक्का की कीमतों में और गिरावट आयेगी, फीड निर्माताओं की होली की मांग भी पूरी हो रही है जबकि आगे चलकर बिहार की फसल आयेगी जो अभी तक अच्छी है इसलिए भाव में और गिरावट आयेगी।
जौ की फसल बारिष से फायदा हुआ है इसलिए आगे भाव में 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आयेगी। अभी माल्ट कंपनियां की खरीद भी नहीं आयेगी।
ग्वार गम और ग्वार सीड में बाजार स्थिर है, मंदा आने पर बिकवाली कम आती है जबकि ग्वार गम उत्पादों की निर्यात मांग कमजोर है इसलिए तेजी टिक नहीं पा रही है। आगामी दिनों में भाव 100 से 200 रुपये की तेजी-मंदी में ही चलेंगे। जोधपुर मंडी में ग्वार गम 5,525 रुपये और ग्वार सीड के भाव 3,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे। गंगानगर मंडी में भाव 2,900 रुपये प्रति क्विंटल रहे। दैनिक आवक 30 हजार क्विंटल की हुई।
हल्दी की निजामाबाद और इरोड मंडियां बंद हैं।
उत्पादक मंडियों में जीरा की दैनिक आवक बढ़ी है, जीरा की पैदावार चालू सीजन में बढ़ने का अनुमान है इसलिए आगामी दिनों में और गिरावट आने का अनुमान है। उंझा मंडी में जीरा की दैनिक आवक 45 से 50 हजार बोरी की हुई जबकि भाव 2,600 से 2,700 रुपये, बेस्ट 2,700 से 2,800 रुपये और सुपर के भाव 2,900 से 3,000 रुपये प्रति 20 किलो रहे।
सौंफ की दैनिक आवक 12,000 बोरियों की हुई जबकि भाव 1,800 से 2,500 रुपये और बेस्ट के भाव 2,500 से 4,000 रुपये प्रति 20 किलो रहे।
धनिया का उत्पादन भी पिछले साल की तुलना में ज्यादा होने का अनुमान है, अभी स्टॉकिस्ट तेजी में नहीं है। धनिया का आयात अभी हो रही है जोकि भारतीय धनिया के मुकाबले सस्ता है।.......आर एस राणा
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