एग्री जिंसों की दैनिक रिपोर्ट.......दिनांक 5 मार्च 2016
चना और अरहर में अभी तेजी नहीं
आर एस राणा
नई दिल्ली। दिल्ली में मध्य प्रदेष के नये चना के भाव 4,500 रुपये और पुराने के 4,600 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं लेकिन इन भाव में मांग कमजोर है इसलिए भाव में अभी और गिरावट आयेगी। महाराष्ट्र में चने की आवक कम होने लगी है तथा महाराष्ट्र में पैदावार कम होने की आषंका है आगामी दिनों में आवक और घटेगी। दिल्ली में चना की दैनिक आवक 40 से 45 मोटरों की हुई।
महाराष्ट्र में अरहर की आवक कम है लेकिन मांग भी केवल 25 फीसदी ही आ रही है इसलिए भाव में गिरावट चल रही है, आगे और गिरावट आने की संभावना है।
सोयाबीन में विदेषी बाजार तेज होने से घरेलू बाजार में भी मंदा नहीं माना जा रहा है, घरेलू मांग भी निकलेगी इसलिए भाव में सुधार आ सकता है। वैसे भी अब आवक कम हो रही है।
सरसों की पैदावार चालू सीजन में व्यापारी 60 लाख टन की मान रहे हैं, जोकि पिछले साल की तुलना में ज्यादा है। उत्पादक राज्यों में मौसम खराब होने से कुछ तेजी आई है, आगामी दो-तीन दिन मौसम पर तेजी मंदी निर्भर करेगी, मौसम साफ हुआ तो भाव घटेंगे, लेकिन खराब रहा तो यहां से कुछ तेजी बन सकती है।
रायपुर में चीनी के भाव 3,290 रुपये प्रति क्विंटल है डयूटी अलग से। चीनी में माना जा रहा है कि भाव में गिरावट केवल 50 रुपये की ही आ सकती है लेकिन तेजी की धारणा 100 रुपये प्रति क्विंटल की है। उत्तर भारत की मिलें भाव नहीं दे रही है जिससे तेजी की ही धारणा है।
अहमदाबाद में कपास के भाव 33,300 से 33,400 रुपये प्रति कैंडी चल रहे हैं, चालू सीजन में कपास के निर्यात सौदे 50 लाख गांठ के हो चुके है तथा इस समय निर्यात मांग कमजोर है। लेकिन मौजूदा भाव मंे ज्यादा गिरावट की संभावना नहीं है। कपास में चीन की आयात मांग पर ही तेजी-मंदी निर्भर करेगी तथा इस समय चीन की आयात मांग कम है।
गेहूं का केंद्रीय पूल में 302 लाख टन का स्टॉक मौजूद है जबकि चालू सीजन में उत्पादन पिछले साल की तुलना में कम होने की आषंका जताई जा रही है। दक्षिण भारत की फ्लोर मिलों ने करीब 30,000 टन गेहूं के आयात सौदे 228-230 डॉलर प्रति टन की दर से भारतीय बदरगाह पहुंच में किए हैं। गेहूं में अप्रैल में मिलों की खरीद भी इस बार ज्यादा रहेेगी। खराब मौसम से गेहूं की कीमतों में हल्का सुधार आ सकता है लेकिन मौसम खुलते ही भाव घटेंगे।
मक्का के भाव में गिरावट चल रही है तथा बिहार की फसल को देखते हुए भाव और घटेंगे।
जौ की फसल आने पर भाव में 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आयेगी।
ग्वार गम के भाव जोधपुर मंडी में 5,400 रुपये और ग्वार सीड के भाव 3,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे जबकि दैनिक आवक 25 हजार क्विंटल की हो रही है। भाव में अभी सीमित उठा-पटक ही रहेगी।
जीरा में अभी मंदा माना जा रहा है लेकिन निर्यात मांग में थोड़ा सुधार आया है जिससे भाव घट नहीं रहे है। आगे आवक बढ़ेगी जिससे भाव में गिरावट आना तय है। इस बार जीरा की क्वालिटी काफी अच्छी आ रही है। जीरा की पैदावार इस बार 55 से 65 लाख बोरी होने का अनुमान है।
धनिया का उत्पादन भी पिछले साल की तुलना में ज्यादा होने का अनुमान है। .....आर एस राणा
चना और अरहर में अभी तेजी नहीं
आर एस राणा
नई दिल्ली। दिल्ली में मध्य प्रदेष के नये चना के भाव 4,500 रुपये और पुराने के 4,600 रुपये प्रति क्विंटल चल रहे हैं लेकिन इन भाव में मांग कमजोर है इसलिए भाव में अभी और गिरावट आयेगी। महाराष्ट्र में चने की आवक कम होने लगी है तथा महाराष्ट्र में पैदावार कम होने की आषंका है आगामी दिनों में आवक और घटेगी। दिल्ली में चना की दैनिक आवक 40 से 45 मोटरों की हुई।
महाराष्ट्र में अरहर की आवक कम है लेकिन मांग भी केवल 25 फीसदी ही आ रही है इसलिए भाव में गिरावट चल रही है, आगे और गिरावट आने की संभावना है।
सोयाबीन में विदेषी बाजार तेज होने से घरेलू बाजार में भी मंदा नहीं माना जा रहा है, घरेलू मांग भी निकलेगी इसलिए भाव में सुधार आ सकता है। वैसे भी अब आवक कम हो रही है।
सरसों की पैदावार चालू सीजन में व्यापारी 60 लाख टन की मान रहे हैं, जोकि पिछले साल की तुलना में ज्यादा है। उत्पादक राज्यों में मौसम खराब होने से कुछ तेजी आई है, आगामी दो-तीन दिन मौसम पर तेजी मंदी निर्भर करेगी, मौसम साफ हुआ तो भाव घटेंगे, लेकिन खराब रहा तो यहां से कुछ तेजी बन सकती है।
रायपुर में चीनी के भाव 3,290 रुपये प्रति क्विंटल है डयूटी अलग से। चीनी में माना जा रहा है कि भाव में गिरावट केवल 50 रुपये की ही आ सकती है लेकिन तेजी की धारणा 100 रुपये प्रति क्विंटल की है। उत्तर भारत की मिलें भाव नहीं दे रही है जिससे तेजी की ही धारणा है।
अहमदाबाद में कपास के भाव 33,300 से 33,400 रुपये प्रति कैंडी चल रहे हैं, चालू सीजन में कपास के निर्यात सौदे 50 लाख गांठ के हो चुके है तथा इस समय निर्यात मांग कमजोर है। लेकिन मौजूदा भाव मंे ज्यादा गिरावट की संभावना नहीं है। कपास में चीन की आयात मांग पर ही तेजी-मंदी निर्भर करेगी तथा इस समय चीन की आयात मांग कम है।
गेहूं का केंद्रीय पूल में 302 लाख टन का स्टॉक मौजूद है जबकि चालू सीजन में उत्पादन पिछले साल की तुलना में कम होने की आषंका जताई जा रही है। दक्षिण भारत की फ्लोर मिलों ने करीब 30,000 टन गेहूं के आयात सौदे 228-230 डॉलर प्रति टन की दर से भारतीय बदरगाह पहुंच में किए हैं। गेहूं में अप्रैल में मिलों की खरीद भी इस बार ज्यादा रहेेगी। खराब मौसम से गेहूं की कीमतों में हल्का सुधार आ सकता है लेकिन मौसम खुलते ही भाव घटेंगे।
मक्का के भाव में गिरावट चल रही है तथा बिहार की फसल को देखते हुए भाव और घटेंगे।
जौ की फसल आने पर भाव में 100 से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आयेगी।
ग्वार गम के भाव जोधपुर मंडी में 5,400 रुपये और ग्वार सीड के भाव 3,000 रुपये प्रति क्विंटल रहे जबकि दैनिक आवक 25 हजार क्विंटल की हो रही है। भाव में अभी सीमित उठा-पटक ही रहेगी।
जीरा में अभी मंदा माना जा रहा है लेकिन निर्यात मांग में थोड़ा सुधार आया है जिससे भाव घट नहीं रहे है। आगे आवक बढ़ेगी जिससे भाव में गिरावट आना तय है। इस बार जीरा की क्वालिटी काफी अच्छी आ रही है। जीरा की पैदावार इस बार 55 से 65 लाख बोरी होने का अनुमान है।
धनिया का उत्पादन भी पिछले साल की तुलना में ज्यादा होने का अनुमान है। .....आर एस राणा
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