उत्तर भारत में केंद्रीय पूल से गेहूं की बिक्री बंद
आर एस राणा
नई दिल्ली। असमय की बारिष और ओलावृष्टि से मध्य प्रदेष तथा राजस्थान में गेहूं की कटाई में देरी होगी जबकि केंद्रीय पूल से भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने गेहूं की बिक्री बंद कर दी है इसलिए गेहूं की कीमतों में थोड़ा सुधार आयेगा। लारेंस रोड पर बुधवार को गेहूं के भाव 1,700 से 1,710 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
मध्य प्रदेष में गेहूं की कटाई का कार्य जोर-षोर से चल रहा था जबकि राजस्थान में भी कटाई प्रारंभ हो गई थी लेकिन हाल ही में हुई बारिष और ओलावृष्टि से कटाई के साथ ही थ्रेसिंग का कार्य कुछ समय के लिए रुक गया है। पहली अप्रैल से गेहूं की खरीद रबी विपणन सीजन 2016-17 के लिए षुरु होनी है इसलिए एफसीआई ने उत्तर भारत में गेहूं की बिक्री भी बंद कर दी है जिससे भाव में थोड़ी तेजी आयेगी। गेहूं बिक्री के लिए उत्तर भारत में और निविदा नहीं आयेगी।
एफसीआई ने चालू सीजन में केंद्रीय पूल से 79.50 लाख टन गेहूं की बिक्री की है जबकि पिछले सीजन की समान अवधि में 42 लाख टन गेहूं की बिक्री की थी। केंद्रीय पूल में पहली मार्च को 168.65 लाख टन गेहूं का स्टॉक बचा हुआ है जोकि तय मानकों ने ज्यादा है।
आर एस राणा
नई दिल्ली। असमय की बारिष और ओलावृष्टि से मध्य प्रदेष तथा राजस्थान में गेहूं की कटाई में देरी होगी जबकि केंद्रीय पूल से भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने गेहूं की बिक्री बंद कर दी है इसलिए गेहूं की कीमतों में थोड़ा सुधार आयेगा। लारेंस रोड पर बुधवार को गेहूं के भाव 1,700 से 1,710 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।
मध्य प्रदेष में गेहूं की कटाई का कार्य जोर-षोर से चल रहा था जबकि राजस्थान में भी कटाई प्रारंभ हो गई थी लेकिन हाल ही में हुई बारिष और ओलावृष्टि से कटाई के साथ ही थ्रेसिंग का कार्य कुछ समय के लिए रुक गया है। पहली अप्रैल से गेहूं की खरीद रबी विपणन सीजन 2016-17 के लिए षुरु होनी है इसलिए एफसीआई ने उत्तर भारत में गेहूं की बिक्री भी बंद कर दी है जिससे भाव में थोड़ी तेजी आयेगी। गेहूं बिक्री के लिए उत्तर भारत में और निविदा नहीं आयेगी।
एफसीआई ने चालू सीजन में केंद्रीय पूल से 79.50 लाख टन गेहूं की बिक्री की है जबकि पिछले सीजन की समान अवधि में 42 लाख टन गेहूं की बिक्री की थी। केंद्रीय पूल में पहली मार्च को 168.65 लाख टन गेहूं का स्टॉक बचा हुआ है जोकि तय मानकों ने ज्यादा है।
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