19 जुलाई 2012
गन्ने का मूल्य बढ़ाने की तैयारी
नई दिल्ली। खेती की लागत में बढ़ोतरी को देखते हुए सरकार गन्ना किसानों को राहत देने की तैयारी कर रही है। विपणन वर्ष 2012-13 [अक्टूबर-सितंबर] के लिए गन्ने की कीमत में 17 फीसद की बढ़ोतरी पर विचार हो रहा है। गुरुवार को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति [सीसीईए] गन्ने का मूल्य 170 रुपये प्रति क्विंटल करने को हरी झंडी दिखा सकती है।
सूत्रों के मुताबिक सीसीईए की बैठक में गन्ने के उचित एवं लाभकारी मूल्य [एफआरपी] बढ़ाने पर विचार होगा। गन्ने की खेती पर महंगाई की पड़ती मार को देखते हुए कृषि लागत व मूल्य आयोग [सीएसीपी] ने इसमें 17.25 फीसद बढ़ाने का प्रस्ताव रखा है। खाद्य मंत्रालय ने सीएसीपी की सिफारिश स्वीकार कर ली है। गुरुवार को इसे कैबिनेट की बैठक में रखा जाएगा। सीएसीपी की सिफारिशों के आधार पर केंद्र सरकार फसलों की खरीद कीमत बढ़ाने का फैसला करती है। वैसे उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, हरियाणा, महाराष्ट्र जैसे गन्ना उत्पादक राज्य अलग से राज्य समर्थित मूल्य [एसएपी] की घोषणा करते हैं। आमतौर पर केंद्र के एफआरपी की तुलना में राज्यों का एसएपी ज्यादा होता है। चालू विपणन वर्ष के लिए गन्ने का एफआरपी 145 रुपये प्रति क्विंटल है। इसकी तुलना में उत्तर प्रदेश का एसएपी 250 रुपये प्रति क्विंटल है। (Dainik Jagran)
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