21 जुलाई 2012
मानसून की बेरुखी की चपेट में सभी फसलें
अभी तक सिर्फ गन्ने की बुवाई हो सकी है पिछले साल से ज्यादा
चालू खरीफ में मानसून की बेरुखी का सबसे ज्यादा असर दलहन और मोटे अनाजों की बुवाई पर पड़ा है। शुक्रवार को कृषि मंत्रालय द्वारा जारी बुवाई आंकड़ों के अनुसार दलहन की बुवाई में 31.3 फीसदी और मोटे अनाजों की बुवाई में 24.6% की कमी आई है।
इसके अलावा धान की रोपाई और तिलहन की बुवाई में भी 10.3% की कमी आई है। भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार पहली जून से 19 जुलाई तक देशभर में सामान्य से 22% कम बारिश हुई है।
आईएमडी के प्रवक्ता एस.सी. भान ने बताया कि निम्न दबाव बनने के कारण मानसून दोबारा सक्रिय हो रहा है जिससे मध्य भारत में 21 और 22 जुलाई को बारिश होने की संभावना है। आगामी सप्ताह में उत्तर-पश्चिम भारत में बारिश का अनुमान है। हालांकि चालू मानसून सीजन में पहली जून से 19 जुलाई तक देशभर में सामान्य से 22 फीसदी कम बारिश हुई है। सबसे कम बारिश गुजरात के सौराष्ट्र-कच्छ में सामान्य से 73 फीसदी कम हुई है। पंजाब-हरियाणा में सामान्य से 70 फीसदी, पूर्वी राजस्थान में 58 फीसदी, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 58 फीसदी तथा गुजरात रीजन में सामान्य से 49 फीसदी कम बारिश हुई है।
चालू खरीफ में दलहन की बुवाई अभी तक केवल 40.19 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में इनकी बुवाई 58.56 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। इस वर्ष मोटे अनाजों की बुवाई अभी तक 95.43 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 126.7 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी। मोटे अनाजों में बाजरा, ज्वार, रागी और मक्का की बुवाई ज्यादा प्रभावित हुई है।
तिलहनों की बुवाई चालू खरीफ में अभी तक केवल 108.84 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है। जबकि पिछले साल की समान अवधि में तिलहनों की 121.42 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। हालांकि पिछले आठ-दस दिनों में हुई बारिश से धान की रोपाई में तेजी आई है लेकिन अब भी कुल रोपाई पिछले साल की तुलना में 10.3 फीसदी कम क्षेत्रफल में हुई है। चालू खरीफ में अभी तक 144.59 लाख हैक्टेयर में धान की रोपाई हो पाई है जबकि पिछले साल इस समय तक 161.27 लाख हैक्टेयर में रोपाई हो चुकी थी।
कपास की बुवाई भी पिछले साल के 92.45 लाख हैक्टेयर से घटकर 83.74 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है। हालांकि गन्ने की बुवाई चालू खरीफ में पिछले साल की तुलना में बढ़ी है। चालू खरीफ में अभी तक गन्ने की बुवाई बढ़कर 52.81 लाख हैक्टेयर में हो चुकी है जबकि पिछले साल की समान अवधि में 50.79 लाख हैक्टेयर में ही हुई थी।
(Business Bhaskar.....R S Rana)
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