18 जुलाई 2012
पिछले फसल वर्ष के खाद्यान्न उत्पादन में बंपर बढ़ोतरी
खाद्यान्न उत्पादन 5.1 फीसदी बढ़कर 25.74 करोड़ टन तक पहुंचेगा
127 लाख टन ज्यादा खाद्यान्न उत्पादन पिछले फसल वर्ष के मुकाबले
49 लाख टन अधिक उत्पादन तीसरे अग्रिम अनुमान की तुलना में
मानसूनी बारिश में कमी के कारण जुलाई से शुरू हुए नए फसल वर्ष 2012-13 के दौरान खाद्यान्न उत्पादन में कमी की आशंका से चिंतित सरकार के लिए यह अच्छी खबर है कि जून में समाप्त हुए पिछले फसल वर्ष 2011-12 के दौरान खाद्यान्न उत्पादन का आंकड़ा और नई ऊंचाई पर पहुंचने का अनुमान है।
पिछले फसल वर्ष (2011-12) के दौरान देश का खाद्यान्न उत्पादन वर्ष 2010-11 के मुकाबले 5.1 फीसदी बढऩे का अनुमान है। केंद्र सरकार द्वारा मंगलवार को जारी चौथे अग्रिम अनुमानों के अनुसार वर्ष 2011-12 में खाद्यान्न उत्पादन बढ़कर 25.74 करोड़ टन होने का अनुमान है। यह उत्पादन पिछले फसल वर्ष 2010-11 के उत्पादन से भी 127 लाख टन ज्यादा होगा।
वर्ष 2010-11 में भी देश में 24.47 करोड़ टन का बंपर उत्पादन हुआ था। सरकार ने तीसरे अनुमान में 25.25 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन की संभावना जताई थी। इस तरह तीसरे अनुमान के मुकाबले उत्पादन में 49 लाख टन की बढ़ोतरी होगी। इस साल गेहूं, चावल और कपास का रिकॉर्ड उत्पादन होने का अनुमान है। लेकिन दलहन और तिलहनों के उत्पादन में पिछले साल की तुलना में कमी आने का अनुमान है।
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी चौथे अग्रिम अनुमान के अनुसार तीसरे आरंभिक अनुमान के मुकाबले चावल और गेहूं के उत्पादन में ज्यादा बढ़ोतरी होने का अनुमान है। इस दौरान गेहूं का रिकॉर्ड उत्पादन 939 लाख टन होने का अनुमान है। जबकि वर्ष 2010-11 में गेहूं का उत्पादन 868.7 लाख टन का हुआ था। इसी तरह से चावल का उत्पादन वर्ष 2011-12 में बढ़कर 10.43 करोड़ टन होने का अनुमान है। जबकि पिछले वर्ष इसका उत्पादन 9.59 करोड़ टन का हुआ था। दलहन का उत्पादन वर्ष 2011-12 में घटकर 172.1 लाख टन ही होने का अनुमान है।
जबकि वर्ष 2010-11 में दलहन का उत्पादन 182.4 लाख टन का उत्पादन हुआ था। इसी तरह से वर्ष 2011-12 में तिलहनों का उत्पादन घटकर 300.12 लाख टन होने का अनुमान है। इसके पिछले साल इनका उत्पादन 324.79 लाख टन का हुआ था। इसके साथ ही इस दौरान मोटे अनाजों का उत्पादन भी पिछले साल के 436.8 लाख टन से घटकर 420.1 लाख टन होने का अनुमान है।
कपास का उत्पादन वर्ष 2011-12 में बढ़कर रिकॉर्ड 352 लाख गांठ (एक गांठ-170 किलो) का होने का अनुमान है। जबकि वर्ष 2010-11 में इसका उत्पादन 330 लाख गांठ का हुआ था। तीसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार गन्ने का उत्पादन पिछले साल के 3,423.82 लाख टन से बढ़कर 3,576.67 लाख टन होने का अनुमान है। जूट का उत्पादन इस दौरान पिछले साल के 106.20 लाख गांठ से बढ़कर 115.69 लाख गांठ (एक गांठ-180 किलो) होने का अनुमान है। (Business Bhaskar....R S Rana)
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें