07 जुलाई 2012
बढ़ सकती हैं चीनी की कीमतें
मॉनसून का दगा अब मिठास कम करेगा। दरअसल रकबा बढऩे के बावजूद कम बारिश के कारण चीनी का उत्पादन कम रहने की आशंका है, जिससे फिलहाल सस्ती मिल रही चीनी महंगी हो सकती है। पिछले चार दिन में 120 रुपये प्रति क्विंटल तक महंगी हो चुकी चीनी में आगे भी मजबूती आने की आशंका जताई जा रही है।
चीनी विक्रेता कंपनी एसएनबी इंटरप्राइजेज के मालिक सुधीर भालोटिया ने बताया कि उत्पादन घटने की आशंका से उत्तर प्रदेश में चीनी का एक्स फैक्ट्री भाव 100-120 रुपये चढ़कर 3,130 से 3,175 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है। महाराष्ट्र में दाम 3,000 से 3,025 रुपये प्रति क्विंटल हो गए हैं। चीनी कारोबारी आरपी गर्ग के मुताबिक दिल्ली में तीन दिन पहले चीनी का थोक भाव 3,150-3,230 रुपये था, जो अब 3,300 से 3,350 रुपये प्रति क्विंटल पर पहुंच गया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी चीनी करीब 35 डॉलर महंगी होकर 608 डॉलर प्रति टन बिक रही है।
ब्राजील में भी भारी बारिश के कारण फसल बिगड़ी है। भालोटिया के मुताबिक दोनों प्रमुख देशों में फसल प्रभावित होने से चीनी के दाम बढऩे के पूरे आसार हैं।
इस साल 28 जून तक गन्ने का रकबा 4.6 फीसदी बढ़कर 52.2 लाख हेक्टेयर हो गया, लेकिन बारिश की कमी से उत्पादन में गिरावट की आशंका है। कमोडिटीइनसाइट डॉट कॉम के वरिष्ठï जिंस विश्लेषक प्रशांत कपूर कहते हैं कि कम बारिश से महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश में चीनी की रिकवरी घट सकती है। भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) का भी मानना है कि वर्ष 2012-13 में चीनी उत्पादन कम रहेगा। (BS Hindi)
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