07 जुलाई 2012
लेट मानसून से 58% घटी मोटे अनाजों की बुवाई
बिजनेस भास्कर नई द
पिछले साल के मुकाबले धान की रोपाई 26%, तिलहन की 29% कम
चालू खरीफ सीजन में मानसून की बेरुखी का सबसे ज्यादा असर मोटे अनाजों की बुवाई पर पड़ा है। अभी तक देशभर में मोटे अनाजों की बुवाई में 57.8 फीसदी की भारी कमी दर्ज की गई है। इनकी बुवाई केवल 21.95 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है। वैसे तो तिलहन और धान की रोपाई में भी क्रमश: 28.9 और 26.2 फीसदी की कमी आई है, लेकिन पिछले दो दिनों में मानसून की सक्रियता बढऩे से इनकी बुवाई में तेजी आने की उम्मीद है।
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी बुवाई आंकड़ों के अनुसार मोटे अनाजों की बुवाई चालू खरीफ सीजन में अभी तक केवल 21.95 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 52.03 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी। अनाजों की प्रमुख फसल मक्का की बुवाई 14.43 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल इस समय तक 19.28 लाख हैक्टेयर में हो चुकी थी।
मक्का के प्रमुख उत्पादक राज्यों कर्नाटक में इसकी बुवाई 5.4 लाख हैक्टेयर से घटकर 2.25 लाख हैक्टेयर और पंजाब में 1.28 लाख हैक्टेयर से घटकर केवल 90,000 हजार हैक्टेयर रह गई है। राजस्थान में बुवाई अभी शुरू ही नहीं हो पाई है जबकि पिछले साल 4.76 लाख हैक्टेयर में बुवाई हो चुकी थी।
धान की रोपाई चालू खरीफ सीजन में अभी तक 55.40 लाख हैक्टेयर में ही हो पाई है, जबकि पिछले साल की समान अवधि में 75.12 लाख हैक्टेयर में इसकी रोपाई हो चुकी थी। तिलहनों की बुवाई भी पिछले साल के 37.35 लाख हैक्टेयर से घटकर 26.55 लाख हैक्टेयर रह गई है। उधर दलहन, गन्ना और कपास की बुवाई में पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी हुई है।
मानसून सक्रिय, धान रोपाई होगी तेज
नई दिल्ली आखिर मानसून उत्तरी भारत में भी सक्रिय हो गया। इससे खरीफ फसलों, खासकर धान की रोपाई में अब तेजी आएगी। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार उत्तर में मानसून शुक्रवार को जयपुर, चंडीगढ़, अमृतसर तक पहुंच गया। 6 जुलाई को देशभर में औसतन 7.5 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि सामान्यतया 9 मिलीमीटर बारिश होनी चाहिए।
उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र में 8 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि सामान्यतया 6 मिलीमीटर होनी चाहिए थी। मध्य क्षेत्र में 10 मिलीमीटर सामान्य बारिश के मुकाबले 12 मिलीमीटर औसत बारिश हुई। पांच जुलाई को हरियाणा, उत्तर प्रदेश और पंजाब के ज्यादातर जिलों में एक से 12 मिलीमीटर तक बारिश हुई। मध्य प्रदेश और गुजरात में इस दौरान 1 से 16 मिलीमीटर तक बारिश हुई। (ब्यूरो)
एमपी में 25 लाख हैक्टेयर में बुवाई
भोपाल बीते दो दिनों से पूरे मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में सक्रिय मानसून की बदौलत बुवाई में तेजी आ गई है। मध्य प्रदेश में मानसून में देरी के कारण अब तक सोयाबीन की बुवाई सर्वाधिक पिछड़ी है। चूंकि 15 जुलाई तक ही सोयाबीन की बुवाई की जाती है, इसलिए किसान अब तेजी से इसमें जुट गए हैं। ग्वालियर, शहडोल, रीवा, जबलपुर, सागर संभागों में बुवाई का कार्य तेजी से शुरू हुआ है। शुक्रवार तक प्रदेश में 25 लाख हैक्टेयर क्षेत्र में बुवाई हुई है। मध्य प्रदेश में खरीफ सीजन में 114 लाख हैक्टेयर में बुवाई का अनुमान है। (Business Bhaskar....R S Rana)
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