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18 जनवरी 2025

कैस्टर सीड की नई फसल की आवक शुरू, मिलों के मांग से भाव में सुधार

नई दिल्ली। प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात की मंडियों में गुरुवार को कैस्टर सीड की नई फसल की आवक शुरू हो गई। हालांकि तेल मिलों की खरीद से उत्पादक मंडियों में इसके भाव 5 से 10 रुपये प्रति 10 किलो की तेजी आई।


व्यापारियों के अनुसार चालू सीजन में कैस्टर सीड की बुआई में कमी आई है, इसलिए इसके भाव में  अनिश्चितता बनी रहने का अनुमान है। इस साल ठंड के सीजन में देरी हुई है हालांकि अभी एक महीने तक ठंड का मौसम बना रहने की संभावना है। इसके अलावा इस साल अरंडी की बुवाई तीन से चार सप्ताह देरी से हुई थी। ये दो कारणों की वजह से अभी नई फसल की आवक सामान्य की तुलना में कम हो रही है। गुजरात की मंडियों में गुरूवार में नई अरंडी की 3,000 बोरी (1 बोरी=35 kg) के करीब आवक हुई।

व्यापारियों के अनुसार महेणासा, पाटन क्षेत्र में अरंडी की नई फसल तैयार हो चुकी है, तथा अगले दस-बारह दिन के बाद वहां की मंडियों में नई फसल की आवक बढ़ेगी।

गुरुवार को गुजरात में अरंडी की आक 17,000 बोरी, राजस्थान से 2,000 बोरी तथा सीधी मिलो में 1,000 बोरी की सीधी आवक हुई। राज्य की मंडियों अरंडी के भाव 1250-1270 रुपये प्रति 20 किग्रा पर स्थिर रह।

चालू वित्त वर्ष 2024-25 के पहले आठ महीनों अप्रैल से नवंबर के दौरान कैस्टर तेल के निर्यात में 11.61 फीसदी की बढ़ोतरी होकर कुल निर्यात 459,214 टन का हुआ है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 411,438 टन का ही हुआ था।

साल्वेंट एक्सट्रेक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसईए के अनुसार नवंबर में कैस्टर तेल का निर्यात बढ़कर 38,196 टन का हुआ है, जबकि पिछले साल नवंबर में इसका निर्यात केवल 38,032 टन का ही हुआ था। मूल्य के हिसाब से नवंबर में कैस्टर तेल का निर्यात 522.04 करोड़ रुपये का हुआ है, जबकि पिछले साल नवंबर में इसका निर्यात 474.05 करोड़ रुपये का ही हुआ था।

व्यापारियों के अनुसार चालू सीजन में बुआई में आई कमी से कैस्टर सीड का उत्पादन कम होने का अनुमान है, जिस कारण इसके भाव में बड़ी गिरावट के आसार नहीं है।

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