कुल पेज दृश्य

18 जनवरी 2025

15 जनवरी तक चालू पेराई सीजन में चीनी उत्पादन में 13.65 फीसदी की कमी - उद्योग

नई दिल्ली। पहली अक्टूबर 2024 से शुरू हुए चालू पेराई सीजन (अक्टूबर-24 से सितंबर-25) के पहले साढ़े तीन महीनों पहली अक्टूबर एवं 15 जनवरी के दौरान चीनी के उत्पादन में 13.65 फीसदी की गिरावट आकर कुल उत्पादन 130.55 लाख टन का ही हुआ है, जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि में इसका उत्पादन 151.20 लाख टन का हो चुका था।


नेशनल फेडरेशन ऑफ को ऑपरेटिव शुगर फैक्ट्री लिमिटेड (एनएफसीएसएफ) के अनुसार 15 जनवरी 2025 तक देश भर की 507 चीनी मिलों ने कुल 1482.14 लाख टन गन्ने की पेराई की है। पिछले पेराई सीजन की समान अवधि के दौरान 524 चीनी मिलों ने 1612.83 लाख टन गन्ने की पेराई की थी।

चालू पेराई सीजन 2024-25 के दौरान गन्ने में रिकवरी की दर पिछले पेराई सीजन की तुलना में कम बैठ रही है। अत: एनएफसीएसएफ ने चालू पेराई सीजन में चीनी के उत्पादन अनुमान को कम कर दिया है। चालू पेराई सीजन के दौरान देश में चीनी उत्पादन घटकर 270 लाख टन तक होने का अनुमान है, जो इससे पहले के अनुमान 280 लाख टन से कम है। पिछले पेराई सीजन में देश में चीनी उत्पादन 319 लाख टन हुआ था।

देश में गन्ने में रिकवरी की दर पिछले सीजन की तुलना में कम आ रही है। 15 जनवरी, 2025 तक, औसत गन्ने में चीनी की रिकवरी दर 8.81 फीसदी की है, जबकि पिछले पेराई सीजन की समान अवधि के दौरान यह 9.37 फीसदी थी।

महाराष्ट्र में चालू पेराई सीजन में 196 चीनी मिलों ने 489.20 लाख टन गन्ने की पेराई की है, जिससे 43.05 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है।

उत्तर प्रदेश में चालू सीजन में 122 चीनी मिलों ने 473.48 लाख टन गन्ने की पेराई की है, जिससे 42.85 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है।

तीसरे सबसे बड़े चीनी उत्पादक राज्य कर्नाटक में पिछले सीजन के मुकाबले तीन ज़्यादा चीनी मिलें चल रही हैं। इस समय 77 चीनी मिलें चल रही हैं, जबकि पिछले सीजन में इसी अवधि में 74 मिलें चल रही थी। राज्य की चीनी मिलों ने 318.82 लाख टन गन्ने की पेराई की है, तथा 27.10 लाख टन चीनी का उत्पादन हुआ है।

चालू पेराई सीजन में कर्नाटक और महाराष्ट्र की चीनी मिलों में देर से पेराई शुरू हुईं। इसके अलावा उत्तर प्रदेश में गन्ने की फसल में रोग लगने की वजह से उत्पादन में कमी आई है।

कोई टिप्पणी नहीं: