नई दिल्ली। कॉटन कारपोरेशन आफ इंडिया, सीसीआई ने मंगलवार को घरेलू बाजार में कॉटन की बिक्री कीमतों में 300 रुपये प्रति कैंडी (एक कैंडी-356 किलो) की बढ़ोतरी की।
सीसीआई के अनुसार अहमदाबाद में फसल सीजन 2023-24 की खरीदी हुई 28 एमएम की कॉटन के बिक्री भाव 300 रुपये बढ़ाकर 52,300 रुपये प्रति कैंडी कर दिए। इस दौरान अकोला में 30 एमएम की कॉटन की बिक्री कीमत निगम ने 300 रुपये बढ़ाकर 53,700 से 54,100 रुपये प्रति कैंडी कर दी।
स्पिनिंग मिलों की मांग बढ़ने के कारण मंगलवार को दोपहर बाद गुजरात के साथ ही उत्तर भारत में कॉटन की कीमतों में तेजी आई।
गुजरात के अहमदाबाद में 29 शंकर-6 किस्म की कॉटन के भाव में मंगलवार को 200 रुपये तेज होकर दाम 54,000 से 54,500 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो हो गए।
पंजाब में रुई के हाजिर डिलीवरी के भाव 20 रुपये बढ़कर 5570 से 5580 रुपये प्रति मन बोले गए। हरियाणा में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 20 रुपये तेज होकर 5550 से 5570 रुपये प्रति मन बोले गए। ऊपरी राजस्थान में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 15 रुपये तेज होकर 5560 से 5640 रुपये प्रति मन बोले गए। खैरथल लाइन में कॉटन के भाव 53,900 से 54,000 रुपये कैंडी, एक कैंडी-356 किलो बोले गए।
देशभर की मंडियों में कपास की आवक 1,84,200 गांठ, एक गांठ-170 किलो की हुई।
घरेलू वायदा बाजार एमसीएक्स के साथ ही एनसीडीएक्स पर आज शाम को कॉटन की कीमतों में में गिरावट का रुख रहा। उधर आईसीई के इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग में कॉटन की कीमतों में तेजी आई।
स्पिनिंग मिलों की मांग बढ़ने के कारण गुजरात के साथ ही उत्तर भारत में कॉटन की कीमतों में तेजी आई। व्यापारियों के अनुसार विश्व बाजार में कॉटन की कीमत, घरेलू बाजार की तुलना में नीचे बनी हुई है इसलिए घरेलू बाजार में इसके भाव में अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है।
व्यापारियों के अनुसार त्योहारों का सीजन होने के बावजूद भी सूती धागे की स्थानीय मांग सामान्य की तुलना में कमजोर बनी हुई है। कॉटन के निर्यात में भी पड़ते नहीं लग रहे। हालांकि चालू सीजन में बुआई में आई कमी के साथ ही कई राज्यों में अक्टूबर में हुई बारिश से कॉटन के उत्पादन और क्वालिटी प्रभावित हुई थी। विश्व बाजार में हाल ही में कॉटन की कीमत सीमित दायरे में बनी रहने की उम्मीद है।
कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ सीजन में कपास का उत्पादन 299.26 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो होने का अनुमान है, जो कि पिछले खरीफ 2023-24 के 325.22 लाख गांठ के मुकाबले कम है।
कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया, सीएआई के दूसरे आरंभिक अनुसार के अनुसार पहली अक्टूबर 2024 से शुरू हुए चालू फसल सीजन 2024-25 में देश में 302.25 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो कॉटन के उत्पादन का अनुमान है, जोकि इसके पिछले फसल सीजन 2023-24 के 325.29 लाख गांठ से कम है।
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