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28 दिसंबर 2024

सीसीआई ने कॉटन की बिक्री कीमतों में 500 रुपये प्रति कैंडी की कटौती की

नई दिल्ली। कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) ने शुक्रवार को कॉटन की बिक्री कीमतों में 500 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो की कटौती की। निगम ने अहमदाबाद में 28 एमएम की कॉटन के भाव घटाकर 51,600 रुपये एवं अकोला में 30 एमएम की कॉटन के दाम घटाकर 53,400 रुपये प्रति कैंडी कर दिए।


सूत्रों के अनुसार कॉटन कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (सीसीआई) ने 26 दिसंबर को लगभग 4,900 गांठ कॉटन की बिक्री की थी, तथा कुल बिक्री में से 3,100 गांठ स्पिनिंग मिलों को बेची गई थी, जबकि व्यापारियों ने 1,800 गांठों की खरीदी की थी।

निगम के पास फसल सीजन 2023-24 की खरीदी हुई कॉटन का बकाया स्टॉक तो है ही, साथ ही चालू फसल सीजन में भी निगम करीब 32 लाख गांठ से ज्यादा कॉटन की खरीद कर चुकी है। व्यापारियों के अनुसार सीसीआई के पास कॉटन का स्टॉक ज्यादा होने के कारण घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में तेजी, मंदी सीसीआई के बिक्री भाव पर निर्भर करेगी।

स्पिनिंग मिलों की मांग बढ़ने के कारण शुक्रवार को गुजरात में कॉटन की कीमतों में हल्का सुधार आया, जबकि इस दौरान उत्तर भारत के राज्यों में भाव स्थिर से नरम हुए।

गुजरात के अहमदाबाद में 29 शंकर-6 किस्म की कॉटन के भाव में शुक्रवार को 50 रुपये तेज होकर दाम 53,300 से 53,700 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो हो गए।

पंजाब में रुई के हाजिर डिलीवरी के भाव 5510 से 5520 रुपये प्रति मन बोले गए। हरियाणा में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 5500 से 5520 रुपये प्रति मन बोले गए। ऊपरी राजस्थान में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 10 रुपये नरम होकर 5520 से 5580 रुपये प्रति मन बोले गए। खैरथल लाइन में कॉटन के भाव 100 रुपये घटकर 53,400 से 53,500 रुपये कैंडी, एक कैंडी-356 किलो बोले गए। देशभर की मंडियों में कपास की आवक 2,02,200 गांठ, एक गांठ-170 किलो की हुई।

घरेलू वायदा बाजार एमसीएक्स के साथ ही एनसीडीएक्स पर आज शाम को कॉटन की कीमतों में में गिरावट का रुख रहा। आईसीई के इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग में कॉटन की कीमतों में नरमी आई।

व्यापारियों के अनुसार कॉटन की कीमतों में अभी बड़ी तेजी के आसार नहीं है। खपत का सीजन होने के बावजूद भी सूती धागे की स्थानीय मांग सामान्य की तुलना में कमजोर बनी हुई है। कॉटन के निर्यात में भी पड़ते नहीं लग रहे। हालांकि चालू सीजन में बुआई में आई कमी के साथ ही कई राज्यों में अक्टूबर में हुई बारिश से कॉटन के उत्पादन और क्वालिटी प्रभावित हुई थी। विश्व बाजार में हाल ही में कॉटन की कीमत सीमित दायरे में बनी रहने की उम्मीद है।

कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ सीजन में कपास का उत्पादन 299.26 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो होने का अनुमान है, जो क‍ि पिछले खरीफ 2023-24 के 325.22 लाख गांठ के मुकाबले कम है।

कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया, सीएआई के दूसरे आरंभिक अनुसार के अनुसार पहली अक्टूबर 2024 से शुरू हुए चालू फसल सीजन 2024-25 में देश में 302.25 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो कॉटन के उत्पादन का अनुमान है, जोकि इसके पिछले फसल सीजन 2023-24 के 325.29 लाख गांठ से कम है।

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