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23 दिसंबर 2024

चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों में अरहर का आयात 85 फीसदी बढ़ा

नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2024-25 के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान अरहर का आयात 85 फीसदी बढ़कर 8,14,068 टन का हुआ है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका आयात केवल 4,39,999 टन का हुआ था।


केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2024-25 के अक्टूबर में अरहर का आयात 57 फीसदी बढ़कर 2,60,373 टन का हुआ है जबकि पिछले वित्त वर्ष के अक्टूबर में इसका आयात केवल 1,65,917 टन का ही हुआ था।

चालू वित्त वर्ष के पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान म्यांमार से लेमन अरहर का
आयात 1,80,669 टन का तथा मोजाम्बिक से 2,27,730 टन का और तंजानिया से 1,70,880 टन का हुआ है। इसके अलावा सूडान से 1,22,830 टन तथा अन्य देशों से 1,11,956 टन आयातित अरहर भारतीय बंदरगाह पर आई है।

कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ सीजन 2024 में देश में अरहर का उत्पादन बढ़कर 35.02 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि पिछले साल इसका उत्पादन केवल 34.17 लाख टन का हुआ था।

व्यापारियों के अनुसार प्रमुख उत्पादक राज्य कर्नाटक और महाराष्ट्र की मंडियों में नई अरहर की आवकों में बढ़ोतरी हुई है, जिस कारण हाल ही में इसकी कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई है। इस दौरान म्यांमार से आयातित लेमन अरहर के भाव में भी मंदा आया है।

केंद्र सरकार ने चालू खरीफ सीजन में किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी 7,550 रुपये प्रति क्विंटल की दर से 4,91,285 टन अरहर की खरीद को मंजूरी दी हुई है। अरहर की एमएसपी पर खरीद उत्तर प्रदेश से 3,95,170 टन एवं आंध्र प्रदेश से 95,620 टन के अलावा हरियाणा से 495 टन की मंजूरी केंद्र सरकार ने दी हुई है लेकिन अभी इसकी एमएसपी पर खरीद शुरू नहीं हुई है।

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