कुल पेज दृश्य

06 दिसंबर 2024

चालू वित्त वर्ष के सात महीनों में बासमती चावल का निर्यात 24 फीसदी बढ़ा - एपिडा

नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान देश से बासमती चावल के निर्यात में 24.34 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है, वहीं इस दौरान गैर बासमती चावल के निर्यात में 21.16 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।


वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार चालू वित्त वर्ष 2024-25 के अप्रैल से अक्टूबर के दौरान बासमती चावल का निर्यात 24.34 फीसदी बढ़कर 32.43 लाख टन का हो चुका है, जबकि पिछले वित्त वर्ष 2023-24 की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 26.08 लाख टन का ही हुआ था।

गैर बासमती चावल के निर्यात में चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहले सात महीनों अप्रैल से अक्टूबर के दौरान 21.16 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 57.68 लाख टन का ही हुआ है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के दौरान इसका निर्यात 73.17 लाख टन का हुआ था।

केंद्र सरकार ने पिछले दिनों गैर-बासमती चावल पर 10 फीसदी के निर्यात शुल्क पूरी तरह से हटा दिया था, जबकि इससे पहले सितंबर में सरकार ने गैर-बासमती उबले चावल, भूरे चावल और धान पर निर्यात शुल्क 20 फीसदी से घटाकर 10 फीसदी कर दिया था। पिछले दिनों बासमती चावल के न्यूनतम निर्यात मूल्य, एमईपी 950 डॉलर प्रति टन को समाप्त किया था। अत: निर्यात शुल्क हटाने के बाद से गैर बासमती चावल के निर्यात में बढ़ोतरी हुई है, साथ ही इस दौरान बासमती चावल का निर्यात भी बढ़ा है।

पंजाब एवं हरियाणा के साथ ही राजस्थान तथा उत्तर प्रदेश की मंडियों में परमल धान की आवक पहले की तुलना में कम हुई है, जबकि बारीक धान की आवक अभी बराबर बनी हुई है। हालांकि निर्यातकों की मांग सीमित होने के कारण राइस मिलें सीमित मात्रा में ही धान की खरीद कर रही है, क्योंकि अधिकांश छोटी मिलों की खरीद 80 से 90 फीसदी हो चुकी है। जानकारों के अनुसार बाजार में नकदी की किल्लत है। हालांकि जानकारों का मानना है कि इन भाव में राइस मिलों को बारीक चावल में पड़ते नहीं लग रहे। अत: जैसे ही निर्यातकों की मांग का समर्थन मिलेगा भाव में बढ़ोतरी की उम्मीद है।

हरियाणा की सफीदों मंडी में बुधवार को पूसा 1,121 किस्म के धान के भाव 4,365 रुपये, 1,718 किस्म के 3,825 रुपये तथा 1,885 किस्म के 3,971 रुपये तथा डीपी 1,401 किस्म के 3,300 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

पंजाब की मानसा मंडी में 1,509 किस्म के धान के भाव 2,800 से 3,000 रुपये, 1,718 किस्म के 3,200 से 3,380 रुपये तथा 1,847 किस्म के धान के दाम 2,700 से 2,855 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मंडी में 1,509 किस्म के धान के भाव 2,780 रुपये, सुगंधा किस्म के धान के दाम 2,560 रुपये और शरबती किस्म के 2,400 तथा 1,718 किस्म के 3,515 रुपये और 1,847 किस्म के 2,800 रुपये प्रति क्विंटल रहे।

दिल्ली के नया बाजार में पूसा 1,401 किस्म के स्टीम चावल का व्यापार 6,300 से 6,350 रुपये और पंजाब एवं हरियाणा से 6,200 से 6,250 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हुआ। इस दौरान राजस्थान लाइन से 1,718 किस्म के सेला चावल के व्यापार 6,300 से 6,325 रुपये और 1,509 किस्म के सेला चावल का 5,675 से 5,700 रुपये और 1,847 किस्म के सेला का व्यापार 5,450 ससे 5,475 रुपये तथा सुगंधा सेला का 5,000 रुपये प्रति क्विंटल की दर से हुआ।

कोई टिप्पणी नहीं: