नई दिल्ली। चालू फसल सीजन 2024-25 के पहले दो महीनों अक्टूबर से नवंबर के दौरान सोया डीओसी का निर्यात 34.40 फीसदी 2.41 लाख टन का ही हुआ है, जबकि पिछले फसल सीजन की समान अवधि में इसका निर्यात 3.85 लाख टन का हुआ था।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, सोपा के अनुसार चालू फसल सीजन के अक्टूबर एवं नवंबर में 15.39 लाख टन सोया डीओसी का उत्पादन हुआ है, जबकि नई सीजन के आरंभ में 1.33 लाख टन का बकाया स्टॉक बचा हुआ था। इस दौरान 2.41 लाख टन सोया डीओसी का निर्यात हुआ है जबकि 1.50 लाख टन की खपत फूड में एवं 11.50 लाख टन की फीड में हुई है। अत: पहली दिसंबर को मिलों के पास 1.31 लाख टन सोया डीओसी का बकाया स्टॉक बचा हुआ है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 1.40 लाख टन से कम है।
सोपा के अनुसार फसल सीजन 2024-25 के पहले दो महीनों में देशभर की उत्पादक मंडियों में 34 लाख टन सोयाबीन की आवक हुई है, जिसमें से नवंबर अंत तक 19.50 लाख टन की पेराई हुई है। इस दौरान 95 हजार टन सोयाबीन की खपत डारेक्ट हुई है जबकि 0.02 लाख टन का निर्यात हुआ है। अत: प्लांटों एवं व्यापारियों तथा किसानों के पास पहली दिसंबर को 101.29 लाख टन सोयाबीन का बकाया स्टॉक बचा हुआ है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 105.68 लाख टन की तुलना में कम है।
सोपा के अनुसार चालू फसल सीजन 2024-25 में देश में सोयाबीन का उत्पादन 125.82 लाख टन का हुआ है, जबकि 8.94 लाख टन का बकाया स्टॉक नई फसल की आवक के समय बचा हुआ था। अत: कुल उपलब्धता 134.76 लाख टन की बैठी है, जबकि चालू सीजन में करीब 3 लाख टन सोयाबीन के आयात का अनुमान है। पिछले फसल सीजन में 118.74 लाख टन सोयाबीन का उत्पादन हुआ था, जबकि नई फसल की आवक के समय 24.07 लाख टन का बकाया स्टॉक बचा हुआ था। अत: पिछले साल कुल उपलब्धता 142.81 लाख टन की बैठी थी, जबकि 6.25 लाख टन का आयात हुआ था।
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