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23 दिसंबर 2024

चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों के दौरान डीओसी का 7 फीसदी घटा - एसईए

नई दिल्ली। चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहले आठ महीनों अप्रैल से नवंबर के दौरान डीओसी के निर्यात में 7 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात 2,751,947 टन का ही हुआ है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 2,964,042 टन का ही हुआ था। इस दौरान सरसों डीओसी के साथ ही कैस्टर डीओसी के निर्यात में कमी आई है।


सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, एसईए के अनुसार नवंबर में देश से डीओसी के निर्यात में 9 फीसदी की कमी आकर कुल निर्यात 363,620 टन का ही हुआ है, जबकि पिछले साल नवंबर में इनका निर्यात 397,991 टन का ही हुआ था।

चालू वित्त वर्ष के पहले आठ महीनों (अप्रैल से नवंबर, 2024) के दौरान सोया डीओसी का निर्यात बढ़कर 12.06 लाख टन का हुआ है, जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में इसका निर्यात केवल 9.37 लाख टन का ही हुआ था। इस दौरान यूएई, ईरान और फ्रांस द्वारा अधिक मात्रा में आयात किया गया।

हालांकि, हाल के महीनों में विश्व बाजार में सोया डीओसी की आपूर्ति में वृद्धि के साथ, भारतीय सोया डीओसी को कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है और आने वाले महीनों में निर्यात में कमी आने की संभावना है। सरसों डीओसी के मामले में, बांग्लादेश प्रमुख बाजार है, तथा हाल के महीनों में वहां अनिश्चितता बनी हुई है, जिस कारण इसके निर्यात में कमी आई है।

एसईए तेल रहित चावल की भूसी के निर्यात पर प्रतिबंध हटाने के लिए केंद्र सरकार से मांग कर रही है और उम्मीद है कि सरकार तेल रहित चावल की भूसी के निर्यात की अनुमति देने के लिए कुछ सकारात्मक कदम उठाएगी।

भारतीय बंदरगाह पर नवंबर में सोया डीओसी का भाव कमजोर होकर 372 डॉलर प्रति टन रह गया, जबकि अक्टूबर में इसका दाम 429 डॉलर प्रति टन था। इस दौरान सरसों डीओसी का मूल्य नवंबर में भारतीय बंदरगाह पर घटकर 270 डॉलर प्रति टन का रह गया, जबकि अक्टूबर में इसका भाव 271 डॉलर प्रति टन था। इस दौरान कैस्टर डीओसी का दाम अक्टूबर के 88 डॉलर प्रति टन से घटकर नवंबर में 85 डॉलर प्रति टन रह गया।

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