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10 दिसंबर 2024

सीसीआई ने 22 लाख गांठ से ज्यादा कॉटन खरीदी, घरेलू बाजार में दाम कमजोर

नई दिल्ली। कॉटन कारपोरेशन ऑफ इंडिया, सीसीआई चालू खरीफ विपणन सीजन 2024-25 में न्यूनतम समर्थन मूल्य, एमएसपी पर करीब 22 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो कॉटन की खरीद कर चुकी है। घरेलू बाजार में स्पिनिंग मिलों की खरीद कमजोर होने से शनिवार को गुजरात के साथ उत्तर भारत के राज्यों में कॉटन की कीमतों में गिरावट का रुख रहा।


सूत्रों के अनुसार देशभर की मंडियों में कपास की दैनिक आवक करीब दो लाख गांठ की हो रही है, जिसमें से सीसीआई आधे से भी कम की खरीद समर्थन मूल्य पर कर रही है। निगम घरेलू बाजार में फसल सीजन 2023-24 की खरीदी हुई कॉटन की लगातार बिकवाली भी कर रही है। अत: घरेलू बाजार में स्पिनिंग मिलें इस समय केवल जरुरत के हिसाब से ही कॉटन की खरीद कर रही है जिस कारण कीमतों पर दबाव है।

गुजरात के अहमदाबाद में 29 शंकर-6 किस्म की कॉटन के भाव शनिवार को 100 रुपये कमजोर होकर दाम 53,800 से 54,100 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो रह गए।

पंजाब में शनिवार को रुई के हाजिर डिलीवरी के भाव 25 रुपये कमजोर होकर 5590 से 5610 रुपये प्रति मन बोले गए। हरियाणा में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 30 रुपये घटकर 5580 से 5590 रुपये प्रति मन बोले गए। ऊपरी राजस्थान में रुई के भाव हाजिर डिलीवरी के भाव 35 रुपये कमजोर होकर 5590 से 5630 रुपये प्रति मन बोले गए। खैरथल लाइन में कॉटन के भाव घटकर 54,000 से 54,200 रुपये कैंडी, एक कैंडी-356 किलो बोले गए।

व्यापारियों के अनुसार स्पिनिंग मिलों की मांग कमजोर होने के कारण गुजरात के साथ ही उत्तर भारत के राज्यों में कॉटन की कीमतों में मंदा आया है, क्योंकि हाल ही में विश्व बाजार में कॉटन के दाम कमजोर हुए हैं, जिस कारण मिलें इन्वेंट्री नहीं बढ़ा रही है।

जानकारों के अनुसार खपत का सीजन होने के बावजूद भी सूती धागे की स्थानीय मांग सामान्य की तुलना में कमजोर बनी हुई है। विश्व बाजार में दाम नीचे हैं, जिस कारण घरेलू बाजार से कॉटन के निर्यात में भी पड़ते नहीं लग रहे। हालांकि चालू सीजन में बुआई में आई कमी के साथ ही कई राज्यों में अक्टूबर में हुई बारिश से कॉटन के उत्पादन और क्वालिटी पर पड़ने की आशंका है। इसलिए कॉटन की कीमतों में सीमित तेजी, मंदी बनी रहने का अनुमान है। हालांकि विश्व बाजार में दाम कम होने के कारण चालू सीजन में अभी तक आयात सौदे ज्यादा मात्रा में हुए हैं।

कृषि मंत्रालय के पहले आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू खरीफ सीजन में कपास का उत्पादन 299.26 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो होने का अनुमान है, जो क‍ि पिछले खरीफ 2023-24 के 325.22 लाख गांठ के मुकाबले कम है।

कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया, सीएआई के आरंभिक अनुसार के अनुसार पहली अक्टूबर 2024 से शुरू हुए चालू फसल सीजन 2024-25 में देश में 302.25 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो कॉटन के उत्पादन का अनुमान है, जोकि इसके पिछले फसल सीजन 2023-24 के 325.29 लाख गांठ से कम है।

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