नई दिल्ली। उद्योग के अनुसार चालू फसल सीजन 2023-24 में 30 जून 2024 तक देशभर की मंडियों में कॉटन की आवक 306.30 लाख गांठ की हो चुकी है।
पहली अक्टूबर 2023 से शुरू हुए चालू फसल सीजन 2023-24 में जून अंत तक देश से 25 लाख गांठ, एक गांठ-170 किलो कॉटन का निर्यात हो चुका है, जबकि इस दौरान 7 लाख गांठ का आयात हुआ है।
कॉटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया, सीएआई के अनुसार चालू फसल सीजन में 26 लाख गांठ कॉटन का निर्यात होने का अनुमान है जबकि जून अंत तक देश से 25 लाख गांठ के निर्यात की शिपमेंट हो चुकी है। पिछले फसल सीजन के दौरान केवल 15.50 लाख गांठ कॉटन का ही निर्यात हुआ था।
व्यापारियों के अनुसार विश्व बाजार में भारतीय रुई सस्ती होने के कारण मार्च 24 तक निर्यात सौदों में बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन पिछले तीन महीनों से आईसीई कॉटन वायदा की कीमतों में भारी गिरावट आई है, जिस कारण निर्यात सौदों में पहले की तुलना में कमी आई है।
चालू फसल सीजन में कॉटन का आयात 16.40 लाख गांठ होने का अनुमान है, जबकि जून अंत तक 7 लाख गांठ कॉटन भारतीय बंदरगाह पर पहुंच चुकी है। पिछले फसल सीजन के दौरान 12.50 लाख गांठ कॉटन का आयात ही हुआ था।
सीएआई के अनुसार पहली अक्टूबर 2023 को कॉटन का बकाया स्टॉक 28.90 लाख गांठ का बचा हुआ था, जबकि 306.39 लाख गांठ की आवक मंडियों में हो चुकी है। जून अंत तक करीब 7 लाख गांठ का आयात हो चुका है, अत: कुल उपलब्धता 342.29 लाख गांठ की बैठी।
इस दौरान कॉटन की खपत 240 लाख गांठ की हो चुकी है, जबकि 25 लाख गांठ का निर्यात हुआ है। अत: मिलों के पास जून अंत में 40 लाख गांठ का बकाया स्टॉक बचा हुआ है। इसके अलावा सीसीआई, महाराष्ट्र फेडरेशन, एमएनसी, जिनर्स और व्यापारी तथा निर्यातकों के पास जून अंत में 37.29 लाख गांठ कॉटन का बकाया स्टॉक है।
चालू फसल सीजन 2023-24 में उत्तर भारत के राज्यों में 46 लाख गांठ का उत्पादन हुआ है, जबकि गुजरात में 88 लाख गांठ, महाराष्ट्र में 86.50 लाख गांठ के अलावा मध्य प्रदेश में 18.50 लाख गांठ के उत्पादन का अनुमान है। तेलंगाना में चालू सीजन में 35 लाख गांठ, आंध्र प्रदेश में 12.50 लाख गांठ तथा कर्नाटक में 20 लाख गांठ के अलावा तमिलनाडु में 5.50 लाख गांठ के उत्पादन का अनुमान है। ओडिशा में चालू सीजन में 3.70 लाख गांठ एवं अन्य राज्यों में 2 लाख गांठ के उत्पादन का अनुमान है। अत: देशभर में कुल 317.70 लाख गांठ के उत्पादन का अनुमान है।
चालू फसल सीजन के अंत में 30 सितंबर 2024 को कॉटन का बकाया स्टॉक 20 लाख गांठ बचने का अनुमान है, जोकि इसके पिछले साल की समान अवधि के 28.90 लाख गांठ की तुलना में कम है।