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14 जुलाई 2023

मिलों की खरीद से उड़द, चना के साथ मूंग महंगी, अरहर एवं मसूर में मिलाजुला रुख

नई दिल्ली। दाल मिलों की खरीद बढ़ने से घरेलू बाजार में गुरुवार को उड़द के साथ ही चना मूंग की कीमतों में तेजी दर्ज की गई, जबकि अरहर के भाव में मिलाजुला रुख रहा। इस दौरान देसी मसूर की कीमतें स्थिर बनी रही, लेकिन आयातित के दाम नरम हुए।


बर्मा में लेमन अरहर की कीमतें स्थिर बनी रही, जबकि उड़द एसक्यू एवं एफएक्यू के भाव में तेजी आई। लेमन अरहर के जुलाई शिपमेंट की फसल सीजन 2023 के भाव 1,270 डॉलर प्रति टन सीएडंएफ पर स्थिर हो गए। इस दौरान उड़द एफएक्यू और एसक्यू के भाव जुलाई शिपमेंट की फसल सीजन 2023 के 15-15 डॉलर तेज होकर दाम क्रमशः 975 डॉलर तथा 1,075 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ हो गए।

मोजाम्बिक और मलावी से जुलाई, अगस्त शिपमेंट की अरहर के भाव मुंबई में रेड लकोटा के 825 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ एवं सफेद गजरी के दाम 930 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ बोले गए।

तंजानिया से आयातित चना के दाम 565 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ है।

मुंबई बंदरगाह पर जुलाई, अगस्त के कनाडा की मसूर के भाव वैसल में 700 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ और ऑस्ट्रेलिया मसूर के भाव कंटेनर में 655 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ हैं।

बर्मा में उड़द की कीमतें तेज हुई हैं, जिस कारण घरेलू बाजार में आयातकों की बिकवाली कमजोर बनी रहने से इसके दाम तेज हुए हैं। व्यापारियों के अनुसार स्टॉकिस्ट उड़द के दाम तेज करके स्टॉक हल्का कर रहे हैं, जबकि बढ़ी हुई कीमतों में दाल मिलों की खरीद सीमित बनी हुई है। वैसे भी उड़द दाल में दक्षिण भारत की मांग चालू महीने में कमजोर ही रहेगी। हालांकि अगले महीने से दाल की मांग में सुधार आयेगा। बर्मा के स्थानीय बाजार में उड़द का बकाया स्टॉक ज्यादा है जबकि घरेलू मंडियों में समर उड़द की आवक अभी बनी रहेगी। ऐसे में बढ़े दाम पर स्टॉक हल्का करना चाहिए।

बर्मा में लेमन अरहर के दाम स्थिर बने हुए, जबकि घरेलू बाजार में जहां लेमन अरहर के दाम तेज हुए हैं, वहीं अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर की कीमतें कमजोर हुई। जानकारों के अनुसार अरहर दाल में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है, जिस कारण दाल मिलें केवल जरुरत के हिसाब से खरीद कर रही हैं। अगले महीने अफ्रीकी देशों से अरहर के आयात में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। ऐसे में अरहर की कीमतों में बड़ी तेजी के आसार अभी नहीं है। हालांकि उत्पादक मंडियों में देसी अरहर की आवक पहले की तुलना में काफी कम हो गई है। अत: स्टॉकिस्ट घरेलू बाजार में आयातित अरहर का बकाया स्टॉक कम बता रहे हैं, इसलिए दाम तेज करना चाहते हैं।

दिल्ली में देसी मसूर के दाम स्थिर हो गए, जबकि मुंबई में आयातित में नरमी आई। जानकारों के अनुसार ऑस्ट्रेलिया और कनाडा से आयातित मसूर ज्यादा आ रही है, तथा इसके दाम नीचे बने हुए हैं। आयातित मसूर का बकाया स्टॉक बंदरगाह पर ज्यादा है तथा इसकी क्वालिटी भी हल्की है। हालांकि मसूर दाल में खपत राज्यों मांग अगले महीने बढ़ने की उम्मीद है। इसलिए आगामी दिनों में मसूर के भाव में हल्का सुधार बन सकता है, लेकिन अभी बड़ी तेजी के आसार कम है।

दाल मिलों की मांग बढ़ने से दिल्ली में चना के दाम तेज हुए हैं। जानकारों के अनुसार नेफेड केंद्रीय पूल से चना उंचे दाम पर बेच रही है साथ ही अगस्त से त्योहारी सीजन शुरू होगा, जिस कारण आगामी दिनों में चना दाल एवं बेसन की मांग में सुधार आयेगा। इसलिए चना की कीमतों में हल्का सुधार और भी बन सकता है, हालांकि बड़ी तेजी के आसार नहीं है। वैसे भी स्टॉकिस्ट दाम घटाकर चना की बिकवाली नहीं कर रहे हैं।

मूंग की कीमतें तेज हुई है। व्यापारियों के अनुसार पंजाब और हरियाणा में बाढ़ से मूंग की फसल को भारी नुकसान हुआ है, तथा मूंग के उत्पादक राज्यों में मौसम अभी भी खराब बना है। इसलिए इसके भाव में हल्का सुधार और भी बन सकता है। हालांकि चालू समर सीजन में मूंग का उत्पादन अनुमान ज्यादा है। इसलिए इसकी कीमतों में अभी बड़ी तेजी मानकर व्यापार नहीं करना चाहिए। वैसे मूंग दाल में मांग कमजोर है।

दिल्ली में उड़द एसक्यू के दाम 75 रुपये तेज होकर भाव 8850 से 8900 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान एफएक्यू उड़द की कीमतें तेज होकर दाम 8300 से 8325 रुपये प्रति क्विंटल हो गई।

चेन्नई में उड़द एसक्यू के गोडाउन के दाम 75 रुपये तेज होकर भाव 8475 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान एफएक्यू उड़द की कीमतें 75 रुपये बढ़कर 7925 रुपये प्रति क्विंटल बोली गई।

मुंबई में उड़द एफएक्यू के दाम 50 रुपये तेज होकर भाव 7950 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

चेन्नई में लेमन अरहर के दाम 50 रुपये तेज होकर भाव 9,850 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

मुंबई में लेमन अरहर के दाम 75 रुपये बढ़कर 9,925 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

मुंबई में अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के दाम कमजोर हुए। मोजाम्बिक की सफेद अरहर के भाव 50 रुपये घटकर दाम 8650 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान मोजाम्बिक लाइन की गजरी अरहर की कीमतें 50 रुपये नरम होकर 8550 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। मलावी से आयातित अरहर के भाव 8500 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। सूडान से आयातित अरहर के दाम 10,150 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।

दाल मिलों की सीमित मांग से मध्य प्रदेश की मसूर के दाम दिल्ली में 6050 से 6075 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे।

कनाडा की मसूर की कीमतें कंटेनर में 25 रुपये नरम हो दाम 5825 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें कंटेनर में 25 रुपये घटकर 5875 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गई। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें वैसल में 5625 से 5650 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही। हजिरा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के भाव 5600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। इस दौरान मुंद्रा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के दाम 5500 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

दिल्ली में राजस्थान के चना के भाव 35 रुपये तेज होकर दाम 5225 से 5235 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान मध्य प्रदेश के चना के भाव भी 35 रुपये बढ़कर 5225 से 5235 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

राजस्थान लाईन की मूंग की कीमतें दिल्ली में तेज होकर 7800 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। इस दौरान जयपुर मूंग के बिल्टी दाम 6800 से 7800 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इंदौर में बोल्ड मूंग के भाव 100 रुपये बढ़कर 7800 से 8500 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

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