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07 जुलाई 2023

स्टॉकिस्टों की मुनाफावसूली से अरहर एवं उड़द कमजोर, चना, मसूर एवं मूंग के दाम बढ़े

नई दिल्ली। दाल मिलों की मांग कमजोर होने के कारण घरेलू बाजार में बुधवार को अरहर एवं उड़द की कीमतें कमजोर हो गई, जबकि इस दौरान चना एवं मसूर के साथ ही मूंग की कीमतों में तेजी दर्ज की गई।


बर्मा में लेमन अरहर की कीमतें स्थिर बनी रही, जबकि उड़द एसक्यू एवं एफएक्यू के दाम कमजोर हो गए। लेमन अरहर के जून शिपमेंट की फसल सीजन 2023 के भाव भाव 1,295 डॉलर प्रति टन सीएडंएफ पर स्थिर हो गए। इस दौरान उड़द एसक्यू और एफएक्यू के भाव जून शिपमेंट की फसल सीजन 2023 के 10-15 डॉलर कमजोर होकर दाम क्रमशः 1,075 डॉलर तथा 970 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ रह गए।

बर्मा में दाम कमजोर होने से घरेलू बाजार में उड़द की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। व्यापारियों के अनुसार बर्मा के स्थानीय बाजार में उड़द का बकाया स्टॉक ज्यादा है जबकि घरेलू मंडियों में समर उड़द की आवक अभी बनी रहेगी। उड़द के उत्पादक राज्यों में हाल ही में मानसून की सक्रियता बढ़ी है, जिससे बुआई में तेजी आने का अनुमान है। उड़द दाल में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है इसलिए दाल मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही उड़द की खरीद कर रही हैं। हालांकि अभी भी उड़द के पड़ते महंगे हैं, साथ ही चेन्नई वाले दाम तेज करना चाहते हैं। ऐसे में इसकी मौजूदा कीमतों में अभी बड़ी गिरावट के आसार कम है।

घरेलू बाजार में आयातित अरहर की कीमतों में गिरावट आई, जबकि सुबह के सत्र में देसी अरहर के दाम तेज हुए थे। व्यापारियों के अनुसार बर्मा में अरहर के दाम स्थिर ही बने हुए हैं, जिस कारण इसके आयात पड़ते अभी भी महंगे हैं। घरेलू मंडियों में देसी अरहर की आवक कम हो रही है। हालांकि अरहर दाल में ग्राहकी भी सामान्य की तुलना में कमजोर है, जिस कारण दाल मिलें जरुरत के हिसाब से खरीद कर रही हैं। अगले महीने अफ्रीकी देशों से अरहर के आयात में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। ऐसे में अरहर की कीमतों में तेजी आने पर स्टॉक हल्का करते रहना चाहिए।

दाल मिलों की मांग के कारण दिल्ली में देसी मसूर के दाम तेज हुए हैं, लेकिन बंदरगाह पर आयातित की कीमतें स्थिर ही बनी हुई हैं। व्यापारियों के अनुसार मसूर दाल में खपत राज्यों की ग्राहकी सामान्य की तुलना में अभी कमजोर रहेगी, इसलिए दाल मिलें जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रही है। ऐसे में मसूर की कीमतों में अभी घटबढ़ ही बनी रहने के आसार है। बंदरगाह पर ऑस्ट्रेलिया से आयातित मसूर का बकाया स्टॉक ज्यादा है, साथ ही आयातित मसूर की आवक बनी रहेगी।

दिल्ली में चना की कीमतें तेज हुई है, लेकिन व्यापारी बड़ी तेजी में नहीं है। नेफेड केंद्रीय पूल से चना की बिक्री कर रही है, जबकि चना दाल एवं बेसन में मांग सामान्य की तुलना में कमजोर है। इसलिए अभी इसकी कीमतों में सीमित तेजी, मंदी बनी रहेगी, लेकिन आगामी दिनों में त्यौहारी मांग निकलने के बाद बेसन एवं दाल की मांग में सुधार आयेगा। ऐसे में आगे इसकी कीमतों में सुधार आयेगा।

मूंग की कीमतें दिल्ली में तेज हुई हैं, हालांकि बढ़े भाव में दाल मिलें केवल जरुरत के हिसाब से ही खरीद कर रही है। व्यापारियों के अनुसार मूंग दाल में ग्राहकी सामान्य की तुलना में कमजोर है, जबकि आगामी दिनों में नई फसल की आवक बढ़ेगी। चालू समर सीजन में मसूर का उत्पादन अनुमान ज्यादा है। इसलिए इसके भाव में तेजी आने पर स्टॉक हल्का करना चाहिए।

दिल्ली में उड़द एसक्यू के दाम 50 रुपये कमजोर होकर दाम 8800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान एफएक्यू उड़द की कीमतें 100 रुपये घटकर 8200 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गई।

चेन्नई में उड़द एसक्यू के दाम हाजिर डिलीवरी के 100 रुपये कमजोर होकर दाम 8450 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान एफएक्यू उड़द की कीमतें 100 रुपये घटकर 7900 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गई।

मुंबई में उड़द एफएक्यू के दाम 50 रुपये नरम होकर दाम 7950 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

चेन्नई में लेमन अरहर के दाम 150 रुपये घटकर 9,850 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

मुंबई में लेमन अरहर के दाम 200 रुपये कमजोर होकर भाव 9,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

मुंबई में अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के दाम कमजोर हो गए। सूडान से आयातित अरहर के दाम 50 रुपये कमजोर होकर 10,150 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। मोजाम्बिक की सफेद अरहर के भाव 50 रुपये घटकर दाम 8700 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान मोजाम्बिक लाइन की गजरी अरहर की कीमतें 50 रुपये कमजोर होकर दाम 8650 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। मलावी से आयातित अरहर के भाव 100 रुपये घटकर 8450 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

दाल मिलों की खरीद बढ़ने से मध्य प्रदेश की मसूर के दाम दिल्ली में 50 रुपये तेज होकर भाव 6025 से 6050 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

हजिरा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के भाव 5600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। इस दौरान मुंद्रा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के दाम 5500 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें वैसल में 5650 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही। कनाडा की मसूर की कीमतें कंटेनर में 5850 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गई। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें कंटेनर में 5900 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर हो गई।

दिल्ली में राजस्थान के चना के भाव 50 रुपये बढ़कर दाम 5150 से 5175 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान मध्य प्रदेश के चना के भाव भी 50 रुपये तेज होकर दाम 5150 से 5175 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

राजस्थान लाईन की मूंग की कीमतें दिल्ली में 150 रुपये बढ़कर 7825 से 7850 रुपये प्रति क्विंटल हो गई। इस दौरान जयपुर मूंग के बिल्टी दाम 200 रुपये बढ़कर 6800 से 7800 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इंदौर में बोल्ड मूंग के भाव 7800 से 8300 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर बने रहे।

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