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25 जुलाई 2023

तेल मिलों की सीमित से सरसों की कीमतें स्थिर, दैनिक आवकों में बढ़ोतरी

नई दिल्ली। तेल मिलों की सीमित मांग बनी रहने से सोमवार को घरेलू बाजार में लगातार दूसरे कार्यदिवस में सरसों की कीमतें स्थिर बनी रही। जयपुर में कंडीशन की सरसों के भाव 5725 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। इस दौरान सरसों की दैनिक आवक बढ़कर 5.25 लाख बोरियों की हुई।


व्यापारियों के अनुसार मलेशिया में पाम तेल के भाव सुबह तेज खुले थे, लेकिन शाम के सत्र में इसकी कीमतें 3 फीसदी से ज्यादा तेज हुई। उधर शिकागो में भी सोया तेल की कीमतों में तेजी दर्ज की गई। इस दौरान घरेलू बाजार में सरसों तेल की कीमतों में हल्का सुधार आया, जबकि सरसों खल के भाव लगभग स्थिर बने रहे।

उत्पादक राज्यों की मंडियों में सरसों की दैनिक आवकों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। सरसों का बकाया स्टॉक किसानों के साथ ही स्टॉकिस्टों के पास पिछले साल की तुलना में ज्यादा है, इसलिए उत्पादक मंडियों में इसकी दैनिक आवक अभी बनी रहेगी। हालांकि त्योहारी सीजन के कारण आगामी दिनों में सरसों तेल की मांग में सुधार आने का अनुमान है।

रूस द्वारा यूक्रेन बंदरगाह पर हमले की खबर से सोमवार को मलेशियाई पाम तेल के वायदा भाव बढ़कर चार महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच कर बंद हुए।

बर्सा मलेशिया डेरिवेटिव्स एक्सचेंज (बीएमडी) पर अक्टूबर के पाम तेल वायदा अनुबंध में 133 रिंगिट यानी 3.30 डॉलर की तेजी आकर भाव 4,168 रिंगिट प्रति टन हो गए। इस दौरान शिकागो में सोया तेल की कीमतें 2.55 फीसदी तक तेज हुई। हालांकि, डालियान का सबसे सक्रिय सोया तेल वायदा अनुबंध 2.24 फीसदी तक कमजोर हो गया, जबकि इसका पाम तेल वायदा अनुबंध 2.71 फीसदी तक घट गया।

जानकारों के अनुसार यूक्रेन बंदरगाह पर रूस द्वारा हमला किए जाने की खबर है तथा रूस, यूक्रेन से अनाज एवं अन्य तेलों का निर्यात रोकना चाहता है। इसी के परिणामस्वरूप सोया तेल करीब 2 फीसदी और मक्का की कीमतें करीब 3 फीसदी से अधिक तेज हो गई। रूस ने सोमवार को एक ड्रोन हमले में डेन्यूब के यूक्रेनी अनाज के गोदामों को नष्ट कर दिया, जिससे अनाज निर्यात के लिए संभावित खतरे बढ़ गए हैं।

जानकारों के अनुसार मलेशिया और इंडोनेशिया में जुलाई में हुई बारिश से पाम उत्पादों का उत्पादन बढ़ने का अनुमान है। जून की तुलना में इन देशों में जुलाई में पाम उत्पादों के उत्पादन में लगभग 10 फीसदी की बढ़ोतरी का अनुमान है। साथ ही अनुकूल मौसम के कारण, अगस्त और सितंबर में इन देशों में उत्पादन में 5 फीसदी से अधिक की मासिक बढ़ोतरी का अनुमान है।

जयपुर में सरसों तेल कच्ची घानी एवं एक्सपेलर की कीमतें सोमवार को एक-एक रुपये तेज होकर दाम क्रमशः 1,096 रुपये और 1,086 रुपये प्रति 10 किलो हो गए। इस दौरान सरसों खल के दाम पांच रुपये कमजोर होकर भाव 2650 रुपये प्रति क्विंटल के स्तर पर आ गए।

देशभर की मंडियों में सरसों की दैनिक आवक बढ़कर सोमवार को 5.25 लाख बोरियों हो गई, जबकि इसके पिछले कारोबारी दिवस में आवक 4.50 लाख बोरियों की ही हुई थी। कुल आवकों में से प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान की मंडियों में 2.50 लाख बोरी, मध्य प्रदेश की मंडियों में 85 हजार बोरी, उत्तर प्रदेश की मंडियों में 60 हजार बोरी, पंजाब एवं हरियाणा की मंडियों में 25 हजार बोरी तथा गुजरात में 15 हजार बोरी, एवं अन्य राज्यों की मंडियों में 90 हजार बोरियों की आवक हुई।

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