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19 जुलाई 2023

आयात पड़ते महंगे होने से उड़द तेज, अरहर की कीमतों में मिलाजुला रुख

नई दिल्ली। बर्मा में दाम तेज होने से घरेलू बाजार में मंगलवार को उड़द की कीमतों में तेजी दर्ज की गई, जबकि इस दौरान अरहर की कीमतों में मिलाजुला रुख रहा। बढ़े दाम पर मिलों की खरीद घटने से चना के साथ ही मूंग की कीमतों में मंदा आया।


बर्मा में लेमन अरहर की कीमतों में नरमी आई, जबकि उड़द एसक्यू और एफएक्यू के दाम तेज हुए। लेमन अरहर के जुलाई शिपमेंट की फसल सीजन 2023 के भाव 10 डॉलर कमजोर होकर दाम 1,240 डॉलर प्रति टन सीएडंएफ रह गए। इस दौरान उड़द एफएक्यू और एसक्यू के दाम 10-10 डॉलर तेज होकर भाव क्रमश: 955 डॉलर और 1,050 डॉलर प्रति टन, सीएडंएफ हो गए।

बर्मा में उड़द के दाम तेज होने से घरेलू बाजार में आयातकों की बिकवाली घट गई, जिससे इसकी कीमतों में तेजी दर्ज की गई। हालांकि बढ़ी हुई कीमतों में दाल मिलों की मांग कमजोर देखी गई। जानकारों के अनुसार उड़द दाल में अगस्त में मांग बढ़ने की उम्मीद है, जबकि आयातकों को इन भाव में पड़ते नहीं लग रहे हैं इसलिए आयातकों की बिकवाली कमजोर है। हालांकि घरेलू मंडियों में समर उड़द की आवक अभी बनी हुई है साथ ही बर्मा के स्थानीय बाजार में उड़द का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना में ज्यादा है। ऐसे में उड़द की कीमतों में हल्की तेजी तो बन सकती है, लेकिन बड़ी तेजी के आसार कम है।

बर्मा में लेमन अरहर के दाम कमजोर हुए हैं, जबकि घरेलू बाजार में इसकी कीमतों में मिलाजुला रुख देखा गया। अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के दाम सोमवार को कमजोर हुए थे, लेकिन घटे भाव में बिकवाली कम आने से दाम स्थिर होगए। जानकारों के अनुसार अरहर दाल में अगले महीने खपत बढ़ने का अनुमान है, जबकि मिलों के पास तय मात्रा में स्टॉक है। इसलिए अरहर की कीमतों में बड़ी गिरावट के आसार तो नहीं है लेकिन अगले महीने अफ्रीकी देशों से अरहर के आयात में बढ़ोतरी होने की उम्मीद है। जिससे कीमतों पर दबाव बना रहेगा।

दिल्ली में देसी मसूर के दाम तेज हुए हैं, लेकिन मुंबई में आयातित की कीमतें स्थिर ही बनी हुई हैं। ऑस्ट्रेलिया और कनाडा से मसूर का आयात बराबर हो रहा है, साथ ही आयातित मसूर सस्ती है। वैसे भी ऑस्ट्रेलिया से आयातित मसूर का बकाया स्टॉक बंदरगाह पर ज्यादा है तथा इसकी क्वालिटी भी हल्की है। जानकारों के अनुसार मसूर दाल में खपत राज्यों मांग अगले महीने बढ़ने की उम्मीद है, तथा उत्पादक मंडियों में देसी मसूर की आवक आगे और कम हो जायेगी। इसलिए मसूर के भाव में आगे हल्का सुधार और भी बन सकता है।

बढ़े दाम पर दाल मिलों की मांग कमजोर होने से दिल्ली में चना के दाम कमजोर हो गए। वैसे भी केंद्रीय पूल से चना दाल की बिक्री की जायेगी, इसलिए मिलर्स केवल जरुरत के हिसाब से ही चना की खरीद कर रहे हैं। हालांकि नेफेड केंद्रीय पूल से चना नीचे दाम पर नहीं बेच रही है साथ ही अगस्त से त्योहारी सीजन शुरू होगा, जिस कारण आगामी दिनों में चना दाल एवं बेसन की मांग में सुधार आयेगा। इसलिए चना की कीमतों में बड़ी गिरावट के आसार नहीं है। स्टॉकिस्ट एवं मिलर्स के पास चना का स्टॉक तय मात्रा में ही है।

बढ़ी हुई कीमतों में दाल मिलों की खरीद कमजोर होने से मूंग की कीमतों में मंदा आया है।  व्यापारियों के अनुसार उत्पादक राज्यों में खराब मौसम एवं मध्य प्रदेश तथा हरियाणा में मूंग की एमएसपी पर खरीद के कारण स्टॉकिस्टों ने इसके दाम तेज किए थे। हालांकि उत्पादक मंडियों अभी समर मूंग की आवक बनी रहेगी, तथा चालू समर सीजन में इसका उत्पादन अनुमान भी ज्यादा है, साथ ही खरीफ में भी इसकी बुआई में बढ़ोतरी हुई है। इसलिए इसकी कीमतों में बड़ी तेजी के आसार नहीं है।

दिल्ली में उड़द एसक्यू के दाम 50 रुपये तेज होकर भाव 8850 रुपये प्रति क्विंटल हो गए। इस दौरान एफएक्यू उड़द की कीमतें बढ़कर 8275 से 8300 रुपये प्रति क्विंटल बोली गई।

चेन्नई में उड़द एसक्यू के गोडाउन के दाम 8450 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान एफएक्यू उड़द की कीमतें 7950 रुपये प्रति क्विंटल बोली गई।

मुंबई में उड़द एफएक्यू के भाव 125 रुपये तेज होकर दाम 8,050 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

मुंबई में लेमन अरहर के दाम 50 रुपये घटकर भाव 9,800 रुपये प्रति क्विंटल रह गए।

मुंबई में अफ्रीकी देशों से आयातित अरहर के दाम स्थिर हो गए। मोजाम्बिक की सफेद अरहर के भाव 8500 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इस दौरान मोजाम्बिक लाइन की गजरी अरहर की कीमतें 8400 रुपये प्रति क्विंटल के पूर्व स्तर पर स्थिर हो गई। मलावी से आयातित अरहर के भाव 8250 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए। सूडान से आयातित अरहर के दाम 10,150 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।

दाल मिलों की मांग बढ़ने से मध्य प्रदेश की मसूर के दाम दिल्ली में तेज होकर 6150 से 6175 रुपये प्रति क्विंटल हो गए।

कनाडा की मसूर की कीमतें कंटेनर में 5800 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें कंटेनर में 5850 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। ऑस्ट्रेलिया की मसूर की कीमतें वैसल में 5625 से 5650 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बनी रही। हजिरा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के भाव 5600 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर बने रहे। इस दौरान मुंद्रा बंदरगाह पर कनाडा की मसूर के दाम 5500 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

दिल्ली में राजस्थान के चना के भाव 50 रुपये कमजोर होकर दाम 5275 रुपये प्रति क्विंटल रह गए। इस दौरान मध्य प्रदेश के चना के भाव 50 रुपये घटकर 5275 रुपये प्रति क्विंटल बोले गए।

राजस्थान लाईन की मूंग की कीमतें दिल्ली में 75 रुपये कमजोर होकर दाम 7975 से 8000 रुपये प्रति क्विंटल रह गई। इस दौरान जयपुर मूंग के बिल्टी दाम 6800 से 8200 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए। इंदौर में बोल्ड मूंग के भाव 7800 से 8500 रुपये प्रति क्विंटल पर स्थिर हो गए।

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