नई
दिल्ली। चालू फसल सीजन में मई अंत तक जहां सोया डीओसी के निर्यात में भारी
गिरावट आई है, वहीं मई अंत में सोयाबीन का बकाया स्टॉक पिछले साल की तुलना
में ज्यादा है। घरेलू बाजार में कीमतें तेज होने के कारण चालू फसल सीजन के
पहले आठ महीनों पहली अक्टूबर 2021 से मई 2022 के अंत तक देश से सोया डीओसी
के निर्यात में 69.30 फीसदी की गिरावट आकर कुल निर्यात केवल 5.50 लाख टन
का ही हुआ है, जबकि पिछले फसल सीजन की समान अवधि में इसका निर्यात 17.92
लाख टन का हुआ था।
सोयाबीन प्रोसेसर्स एसोसिएशन आफ इंडिया, सोपा के
अनुसार चालू फसल सीजन के पहले आठ महीनों में उत्पादक मंडियों में 71 लाख
टन सोयाबीन की आवक हुई है, जोकि पिछले सीजन की समान अवधि के 79.75 लाख टन
से कम है। इसमें से मई अंत तक 53 लाख टन की क्रेसिंग हुई है, जबकि दो लाख
टन की खपत सीधी हुई है। इसके अलावा 51 हजार टन सोयाबीन का निर्यात हुआ है।
अत: किसानों, व्यापारियों एवं मिलों के पास सोयाबीन का बकाया स्टॉक मई के
अंत में 55.39 लाख टन का बचा हुआ है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के 19.64
लाख टन से ज्यादा है।
उद्योग के अनुसार चालू सीजन में मई अंत तक
करीब 3.18 लाख टन सोयाबीन का आयात हुआ है, जोकि पिछले साल की समान अवधि के
1.79 लाख टन से ज्यादा है।
सोपा के अनुसार चालू सीजन में सोयाबीन
का उत्पादन 118.89 लाख टन का हुआ था, जबकि नई फसल की आवक के समय पहली
अक्टूबर 2021 को मंडियों में 1.83 लाख टन सोयाबीन का बकाया स्टॉक बचा हुआ
था। अत: कुल उपलब्धता 120.72 लाख टन की बैठी थी।
07 जून 2022
सोया डीओसी के निर्यात में भारी गिरावट, उत्पादक मंडियों में सोयाबीन का बकाया स्टॉक ज्यादा - उद्योग
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