नई
दिल्ली। बेमौसम बारिश और कई राज्यों में पिंक बावलर्म से हुए नुकसान के
कारण चालू सीजन में कॉटन के उत्पादन अनुमान में भारी कमी आई है। अत: उद्योग
ने एक बार कॉटन के उत्पादन अनुमान में 8.31 लाख गांठ, एक गांठ -170 किलो
की कटौती कर दी। अत: चालू सीजन 2020-21 में देश में 315.32 लाख गांठ कॉटन
का उत्पादन होने का अनुमान है, जबकि इससे पहले अनुमान में 323.63 लाख गांठ
का अनुमान जारी किया था।
कॉटन एसोसिएशन आफ इंडिया, सीएआई के अनुसार
पहले के उत्पादन अनुमान में लोवर राजस्थान में एक लाख गांठ, गुजरात में
4.24 लाख गांठ, महाराष्ट्र में 2.46 लाख गांठ, तेलंगाना में 2.51 लाख गांठ
तथा कर्नाटक में 80 हजार गांठ की कमी आने का अनुमान है। हालांकि ऊपरी
राजस्थान में एक लाख गांठ, मध्य प्रदेश में एक लाख गांठ के साथ ही
आंधप्रदेश में 70 हजार गांठ का उत्पादन इससे पहले के अनुमान से ज्यादा होने
के आसार है।
चालू फसल सीजन में कॉटन का आयात बढ़कर 15 लाख गांठ
होने का अनुमान है, जोकि पिछले साल के 10 लाख गांठ से ज्यादा है। एसईए के
अनुसार मई अंत तक 7.44 लाख गांठ कॉटन के आयात की शिपमेंट भारतीय बंदरगाह पर
पहुंच चुकी है।
कॉटन का निर्यात चालू सीजन में 40 लाख गांठ होने का अनुमान है, तथा मई अंत तक 38 लाख गांठ कॉटन के निर्यात की शिपमेंट हो चुकी है।
पहली
अक्टूबर 2021 से मई 2022 के अंत तक देशभर की मंडियों में कॉटन की आवक
288.38 लाख गांठ की हो चुकी है, जोकि कुल उत्पादन अनुमान का 91 फीसदी है।
मिलों के पास मई अंत में करीब 70 लाख गांठ कॉटन का बकाया स्टॉक बचा हुआ था,
जोकि करीब 81 दिनों की खपत के बराबर है।
मई अंत में कॉटन
कारर्पोरेशन आफ इंडिया, सीसीआई एवं महाराष्ट्र फेडरेशन, एमएनसी, जिनर्स,
ट्रेडर्स और एमसीएक्स के पास मई अंत में करीब 34.22 लाख गांठ कॉटन का बकाया
स्टॉक बचा हुआ है। उद्योग के अनुसार चालू सीजन के अंत में 30 सितंबर 2022
को कॉटन का बकाया स्टॉक 47.16 लाख गांठ बचने का अनुमान है।
व्यापारियों
के अनुसार बढ़ी हुई कीमतों में मिलों की मांग कम होने से घरेलू बाजार में
कॉटन की कीमतें रुक गई है, क्योंकि यार्न के भाव, कॉटन की तुलना में नीचे
बने हुए हैं। ऐसे में कॉटन की मौजूदा भाव पर खरीद करने पर मिलों को
डिस्पैरिटी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए हाजिर बाजार में कॉटन की
कीमतों में अभी सीमित तेजी, मंदी ही बनी रहने का अनुमान है। गुजरात की
मंडियों में शनिवार को ए ग्रेड कॉटन के दाम 98,500 से 1,00,000 रुपये, बी
ग्रेड किस्म की कॉटन के भाव 98,000 से 98,500 रुपये और एवरेज ग्रेड की कॉटन
के भाव 96,500 से 98,000 रुपये प्रति कैंडी, एक कैंडी-356 किलो
क्वालिटीनुसार बोले गए।
24 जून 2022
कॉटन के उत्पादन अनुमान में फिर कटौती, 315.32 लाख गांठ के होने का अनुमान - उद्योग
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