नई
दिल्ली। वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान ग्वार गम उत्पादों के निर्यात में तो
बढ़ोतरी हुई है, लेकिन प्लांटों के पास बकाया स्टॉक ज्यादा होने के साथ ही
मानसून सामान्य रहने की संभावना से ग्वार सीड की कीमतों में हल्की गिरावट
आने का अनुमान है। जानकारों के अनुसार आगामी दिनों में इसके भाव में 150 से
200 प्रति क्विंटल की और गिरावट आयेगी।
उत्पादक मंडियों में
बुधवार को ग्वार सीड के भाव 5,000 से 5,400 रुपये और ग्वार गम के भाव
10,400 से 10,800 रुपये प्रति क्विंटल रहे। ग्वार कोरमा के भाव 4,100 से
4,225 रुपये और ग्वार चूरी के दाम 2,600 से 2,700 रुपये प्रति क्विंटल रहे।
देशभर की मंडियों में ग्वार सीड की दैनिक आवक छह से सात हजार बोरियों की
हो रही है, जबकि ग्वार गम उत्पादों का निर्यात हर महीने 25 से 26 हजार टन
का हो रहा है।
जानकारों के अनुसार आगामी दिनों में ग्वार सीड और
ग्वार गम की कीमतों में तेजी, मंदी काफी हद तक मानसूनी बारिश पर निर्भर
करेगी। ग्वार सीड के प्रमुख उत्पादक राज्य राजस्थान और गुजरात के कुछ
हिस्सों में मानसून सक्रिय हो गया है जबकि अन्य कई हिस्सों में चालू सप्ताह
के अंत तक मानसून पहुंचने का अनुमान है। हरियाणा के कई हिस्सों में चालू
सप्ताह के अंत तक प्री मानसून की बारिश होने के आसार है।
वाणिज्य
एवं उद्योग मंत्रालय के अनुसार वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान ग्वार गम
उत्पादों का निर्यात बढ़कर 3.21 लाख टन का हुआ है, जबकि पिछले पिछले वित्त
वर्ष की समान अवधि में इनका निर्यात 2.34 लाख टन का ही हुआ था। वित्त वर्ष
2019-20 के दौरान देश से 3.63 लाख टन ग्वार गम उत्पादों का निर्यात हुआ था।
मार्च महीने में ग्वार गम उत्पादों का निर्यात 26 हजार टन का हुआ।
मूल्य
के हिसाब से वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान ग्वार गम उत्पादों का निर्यात
3,334 करोड़ रुपये का हुआ है, जबकि इसके पिछले वित्त वर्ष के दौरान के
1,949 करोड़ रुपये का ही निर्यात हुआ था। जानकारों के अनुसार कोरोना के
कारण पिछले वित्त वर्ष के दौरान निर्यात में कमी आई थी।
16 जून 2022
ग्वार सीड और ग्वार गम के भाव में हल्की नरमी के आसार, पिछले वित्त वर्ष में निर्यात बढ़ा
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