नई
दिल्ली। विदेश में आई गिरावट के साथ ही सोया डीओसी में निर्यात मांग कमजोर
बनी रहने से सोमवार को घरेलू मंडियों में जहां सोयाबीन की कीमतों में 100
से 150 रुपये प्रति क्विंटल की गिरावट आई, वहीं डीओसी कीमतों में 500 से
1,000 रुपये प्रति टन का मंदा आया। व्यापारियों के अनुसार मौसम अनुकूल रहा
तो आगे इनकी कीमतों में और भी गिरावट आयेगी।
मध्य प्रदेश में
सोयाबीन के प्लांट डिलीवरी दाम घटकर 6,700 से 6,850 रुपये प्रति क्विंटल
क्वालिटीनुसार रह गए, जबकि सोया डीओसी की कीमतें कमजोर होकर 50,000 से
52,500 रुपये प्रति टन रह गई।
व्यापारियों के अनुसार डीओसी के
निर्यात में आई भारी गिरावट के कारण घरेलू बाजार में सोयाबीन का बकाया
स्टॉक ज्यादा बचा हुआ है, जबकि मानसूनी बारिश उत्पादक राज्यों में अच्छी
हुई तो फिर सोयाबीन की बुआई बढ़ने का ही अनुमान है। सोया डीओसी का निर्यात
बीते वर्ष में मंई अंत तक 17.05 लाख टन का हुआ था, जबकि चालू सीजन में मई
अंत तक इसका निर्यात केवल 5.62 लाख टन का ही हुआ है। माना जा रहा कि चालू
सीजन के अंत तक इसका निर्यात केवल 7 लाख टन ही होने का अनुमान है। सूत्रों
के अनुसार मई में सोया डीओसी के निर्यात में भारी कमी आई थी, जबकि इस समय
भी निर्यात मांग काफी कमजोर है।
विश्व बाजार में सोया डीओसी के
दाम नीचे होने के साथ ही केंद्र सरकार द्वारा सोया डीओसी के आयात को मंजूरी
दिए जाने से भारतीय सोया डीओसी में निर्यात के साथ ही घरेलू मांग कमजोर हो
गई। अत: सोयाबीन का उत्पादन बढ़ने से घरेलू बाजार में सोयाबीन की पेराई
पिछले साल की तुलना में कम रही है। जिस कारण उत्पादक मंडियों में सोयाबीन
का बकाया स्टॉक चालू सीजन में अंत में ज्यादा बचेगा, जबकि पिछले साल सीजन
के अंत में बकाया स्टॉक नहीं के बराबर बचा हुआ था।
16 जून 2022
कमजोर मांग से सोयाबीन और डीओसी में मंदा, मानसून अनुकूल रहा तो और घटेंगे भाव
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