आर एस राणा
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के लिए देशभर में चल रहे 3 मई तक लॉकडाउन के कारण दाल मिलों ने उड़द आयात के लिए केंद्र सरकार समय सीमा बढ़ाने की मांग की है। लॉकडाउन के कारण ट्रकों की आवाजाही कम होने और बंदरगाहों पर 80 फीसदी तक कारोबार बंद होने से दाल मिलों ने सरकार से उड़द आयात की समय सीमा बढ़ाने की मांग की है।
आल इंडिया दाल मिल्स एसोसिएशन ने वाणिज्य मंत्रालय और विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) को पत्र लिखकर ढाई लाख टन कोटे की उड़द के आयात की मियाद 2 महीने बढ़ाने की मांग की है। केंद्र सरकार वित्त वर्ष 2019-20 के लिए जारी ढाई लाख टन अतिरिक्त उड़द के आयात के लिए 30 अप्रैल तक का समय दिया हुआ है।
आल इंडिया दाल मिल्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट सुरेश अग्रवाल के मुताबिक देश में 24 मार्च से 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा था, जिसे केंद्र सरकार ने बढ़ाकर 3 मई कर दिया है। ऐसे में शिपिंग कंपनियां भारत के लिए म्यांमार से माल ढुलाई के लिए तैयार नहीं हो रही हैं। वहीं बंदरगाहों पर 80 फीसदी कारोबारी बंद है। लॉकडाउन की वजह से ट्रांसपोर्टेशन की भी दिक्कत है। जिससे काफी माल बंदरगाहों पर ही अटका हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसे माहौल में 30 अप्रैल तक उड़द आयात करना सम्भव नहीं है। लिहाजा सरकार को आयात की मियाद दो महीने तक बढ़ानी चाहिए।
हालांकि केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के दूसरे चरण में ट्रकों की आवाजाही को छूट देने के साथ इनके लिए नेशनल हाइवे के इस्तेमाल और हाइवे पर ढाबों और मरम्मत के लिए गैराजों और मैकेनिकों को भी छूट दी है। लेकिन इसके बावजूद भी परिवहन आदि में परेशानी आ रही है। सुरेश अग्रवाल ने कहा कि इस समय व्यापारी एक शहर से दूसरे शहर को भी नहीं जा सकते हैं। इस हालात को देखते हुए कुछ शिपिंग कंपनियां 3 मई से पहले माल की ढुलाई से इनकार कर रही हैं। जबकि मौजूदा शर्तों के मुताबिक माल को 30 अप्रैल तक हर हाल में भारतीय बंदरगाहों तक पहुंच जाना चाहिए। ऐसे में आयात की मियाद बढ़ाना ही एक उपाय है।....... आर एस राणा
नई दिल्ली। कोरोना वायरस के लिए देशभर में चल रहे 3 मई तक लॉकडाउन के कारण दाल मिलों ने उड़द आयात के लिए केंद्र सरकार समय सीमा बढ़ाने की मांग की है। लॉकडाउन के कारण ट्रकों की आवाजाही कम होने और बंदरगाहों पर 80 फीसदी तक कारोबार बंद होने से दाल मिलों ने सरकार से उड़द आयात की समय सीमा बढ़ाने की मांग की है।
आल इंडिया दाल मिल्स एसोसिएशन ने वाणिज्य मंत्रालय और विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) को पत्र लिखकर ढाई लाख टन कोटे की उड़द के आयात की मियाद 2 महीने बढ़ाने की मांग की है। केंद्र सरकार वित्त वर्ष 2019-20 के लिए जारी ढाई लाख टन अतिरिक्त उड़द के आयात के लिए 30 अप्रैल तक का समय दिया हुआ है।
आल इंडिया दाल मिल्स एसोसिएशन के प्रेसिडेंट सुरेश अग्रवाल के मुताबिक देश में 24 मार्च से 21 दिनों का लॉकडाउन चल रहा था, जिसे केंद्र सरकार ने बढ़ाकर 3 मई कर दिया है। ऐसे में शिपिंग कंपनियां भारत के लिए म्यांमार से माल ढुलाई के लिए तैयार नहीं हो रही हैं। वहीं बंदरगाहों पर 80 फीसदी कारोबारी बंद है। लॉकडाउन की वजह से ट्रांसपोर्टेशन की भी दिक्कत है। जिससे काफी माल बंदरगाहों पर ही अटका हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसे माहौल में 30 अप्रैल तक उड़द आयात करना सम्भव नहीं है। लिहाजा सरकार को आयात की मियाद दो महीने तक बढ़ानी चाहिए।
हालांकि केंद्र सरकार ने लॉकडाउन के दूसरे चरण में ट्रकों की आवाजाही को छूट देने के साथ इनके लिए नेशनल हाइवे के इस्तेमाल और हाइवे पर ढाबों और मरम्मत के लिए गैराजों और मैकेनिकों को भी छूट दी है। लेकिन इसके बावजूद भी परिवहन आदि में परेशानी आ रही है। सुरेश अग्रवाल ने कहा कि इस समय व्यापारी एक शहर से दूसरे शहर को भी नहीं जा सकते हैं। इस हालात को देखते हुए कुछ शिपिंग कंपनियां 3 मई से पहले माल की ढुलाई से इनकार कर रही हैं। जबकि मौजूदा शर्तों के मुताबिक माल को 30 अप्रैल तक हर हाल में भारतीय बंदरगाहों तक पहुंच जाना चाहिए। ऐसे में आयात की मियाद बढ़ाना ही एक उपाय है।....... आर एस राणा
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें