आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन में मंडियों में कामकाज की छूट और राजस्थान सरकार के अथक प्रयासों के बाद राज्य की बूंदी मंडी में आखिरकार कामकाज शुरू हो गया है। मंडी में गेहूं की नीलामी शुरू हो गई है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग नियमों की वजह से कामकाज कम हो रहा है पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी देखकर जिले के किसान और व्यापारियों ने राहत की सांस ली है।
जिले की रामगंजबालाजी कुंवरती मंडी को राज्य सरकार ने पायलेट प्रोजेक्ट पर वैसे तो मंगलवार से ही शुरू करा दिया था। लेकिन यहां सुचारू रूप से नीलामी बुधवार से शुरू हुई। सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का खास ख्याल रखने की वजह से प्रत्येक आढ़तिया को एक दिन में तीन किसानों की महज 3 ट्रॉलियों को ही मंगाने की छूट दी गई है। किसानों को बाकायदा इसके किये कूपन जारी किया जा रहा है, जिसके जरिये ही वे मंडी में प्रवेश कर पा रहे हैं। साथ ही ये भी सुनिश्चित किया गया है कि किसानों का प्रवेश सुबह 7 बजे से 12 बजे के बीच ही हो सकेगा।
इसके बाद मंडी में खड़ी ट्राली में ही अनाज की नीलामी हो रही है। मंडी में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ सिर्फ दो लोगों को आने की इजाजत है। रोज करीब 500 ट्रालियों के टोकन जारी हो रहे हैं। सभी लोगों को मास्क लगाना अनिवार्य है। सूत्रों के मुताबिक पायलेट प्रोजेक्ट पर शुरू हुई इस मंडी के रिस्पॉन्स को देखकर राज्य सरकार जल्द ही प्रदेश की दूसरी मंडियों को भी शुरू करने का फैसला ले सकती है।.......... आर एस राणा
नई दिल्ली। केंद्र सरकार द्वारा लॉकडाउन में मंडियों में कामकाज की छूट और राजस्थान सरकार के अथक प्रयासों के बाद राज्य की बूंदी मंडी में आखिरकार कामकाज शुरू हो गया है। मंडी में गेहूं की नीलामी शुरू हो गई है लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग नियमों की वजह से कामकाज कम हो रहा है पुलिस और प्रशासन की मुस्तैदी देखकर जिले के किसान और व्यापारियों ने राहत की सांस ली है।
जिले की रामगंजबालाजी कुंवरती मंडी को राज्य सरकार ने पायलेट प्रोजेक्ट पर वैसे तो मंगलवार से ही शुरू करा दिया था। लेकिन यहां सुचारू रूप से नीलामी बुधवार से शुरू हुई। सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का खास ख्याल रखने की वजह से प्रत्येक आढ़तिया को एक दिन में तीन किसानों की महज 3 ट्रॉलियों को ही मंगाने की छूट दी गई है। किसानों को बाकायदा इसके किये कूपन जारी किया जा रहा है, जिसके जरिये ही वे मंडी में प्रवेश कर पा रहे हैं। साथ ही ये भी सुनिश्चित किया गया है कि किसानों का प्रवेश सुबह 7 बजे से 12 बजे के बीच ही हो सकेगा।
इसके बाद मंडी में खड़ी ट्राली में ही अनाज की नीलामी हो रही है। मंडी में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ सिर्फ दो लोगों को आने की इजाजत है। रोज करीब 500 ट्रालियों के टोकन जारी हो रहे हैं। सभी लोगों को मास्क लगाना अनिवार्य है। सूत्रों के मुताबिक पायलेट प्रोजेक्ट पर शुरू हुई इस मंडी के रिस्पॉन्स को देखकर राज्य सरकार जल्द ही प्रदेश की दूसरी मंडियों को भी शुरू करने का फैसला ले सकती है।.......... आर एस राणा
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