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02 अप्रैल 2020

देशभर में लॉकडाउन : गेहूं की सरकारी खरीद में देरी की आशंका, हरियाणा में 20 दिन टल

आर एस राणा
नई दिल्ली। मार्च में हुई बेमौसम बारिश से गेहूं की फसल को भारी नुकसान हुआ है, जबकि अब सरकारी खरीद में देरी होने की आशंका ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। चालू रबी में गेहूं की रिकार्ड पैदावार होने का अनुमान है जबकि देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मोदी सरकार ने 21 दिनों तक 14 अप्रैल तक पूरे भारत में लॉकडाउन का ऐलान किया है। मध्य प्रदेश और राजस्थान से गेहूं की खरीद 25 मार्च से पहले शुरू हो जाती है जबकि इन राज्यों में अभी तक खरीद शुरू नहीं हो पाई है। हरियाणा में गेहूं की खरीद 20 दिन टाल दी गई है जबकि पंजाब और उत्तर प्रदेश में भी गेहूं की खरीद पहली अप्रैल से शुरू होने की उम्मीद कम है।
खाद्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लॉकडाउन के कारण देशभर की मंडियां बंद है, हम राज्य सरकारों के लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकारों से मिले फीडबैक के अनुसार मंडियों में लेबर की भारी कमी है। लॉकडाउन के कारण लेबर अपने गांव चली गई है, इसलिए गेहूं की सरकारी खरीद में देरी हो सकती है। हरियाणा के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस के कारण राज्य में गेहूं की पहली अप्रैल 2020 से शुरू होने वाली खरीद को 20 अप्रैल तक टाल दिया गया है लेकिन इस बारे में हर रोज स्थिति की निगरानी की जा रही है, तथा संभव हुआ तो पहले भी गेहूं की खरीद शुरू की जा सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों से गेहूं का एक-एक दाना खरीदेगी।
सरकारी खरीद में देरी से किसान कहा करेगा गेहूं के भंडारण
चालू रबी में गेहूं के रिकार्ड उत्पादन का अनुमान है, ऐसे में सरकारी खरीद में कमी या फिर देरी का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ेगा। मध्य प्रदेश और राजस्थान में गेहूं की कटाई चल रही है जबकि पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में गेहूं की कटाई मार्च के अंत में शुरू होकर सामान्यत: 15 अप्रैल तक चलती है। अत: सरकारी खरीद में देरी से किसानों को गेहूं के भंडारण में भी परेशानी आयेगी।
उत्पादन अनुमान ज्यादा होने से सरकारी खरीद भी बढ़ने की उम्मीद
रबी विपणन सीजन 2019-20 में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर 341.32 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी, जबकि उत्पादन में बढ़ोतरी को देखते हुए चालू रबी में खरीद ज्यादा ही होने का अनुमान है। कृषि मंत्रालय के दूसरे आरंभिक अनुमान के अनुसार चालू रबी में गेहूं का रिकार्ड उत्पादन 10.62 करोड़ टन होने का अनुमान है जोकि पिछले सीजन के 10.05 करोड़ टन से ज्यादा है। केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 के लिए गेहूं का एमएसपी 1,925 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है जबकि पिछले रबी में गेहूं की खरीद 1,840 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की थी।
कोरोना वायरस के कारण लेबर घरों में बंद, कंबाइन मशीन आई नहीं
हरियाणा के सोनीपत जिले के खरखौदा के किसान अमित कुमार ने बताया कि उन्होंने पांच एकड़ में गेहूं की फसल लगाई हुई है, तथा सप्ताहभर में कटाई शुरू होनी है लेकिन लेबर नहीं मिल रही। बिहार से जो लेबर यहां आई हुई थी, कोरोना वायरस के कारण उसमें से आधे से ज्यादा लोग अपने घरों को जा चुके हैं, जो बचे हुए हैं वह घर के अंदर रहने को मजबूर है। ऐसे में उन्हें समझ नहीं आ कि इस बार गेहूं की कटाई कैसे होगी। बहादुरगढ़ के मांडौठी गांव के गेहूं किसान चरण सिंह दलाल ने बताया कि हर साल पंजाब से कंबाइन मशीन 20-25 मार्च तक गांव में आ जाती थी, लेकिन इस बार नहीं आई है। उन्होंने बताया कि गांव की लेबर गेहूं काटने से मना का रही है। उन्होंने कंबाइन मशीन वाले को जोकि हर गेहूं काटने आता है को फोन किया, तो उसने बताया कि हमारे यहां कर्फ्यू लगा हुआ है। उन्होंने बताया कि हर हाल में गेहूं की कटाई 13 अप्रैल से पहले करनी होगी क्योंकि 13 अप्रैल को मेक होती ह............ आर एस राणा

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