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11 अप्रैल 2020

गेहूं की खरीद में देरी से बिगड़ा गणित : कटाई से लेकर भंडारण तक में आ रही है परेशानी

आर एस राणा
नई दिल्ली। रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं की खरीद प्रमुख उत्पादक राज्यों पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में पहली अप्रैल से शुरू होती है तथा मध्य प्रदेश और राजस्थान से खरीद मध्य मार्च से शुरू जाती है। कोरोना वायरस के कारण देशभर में चल रहे 21 दिनों के लॉकडाउन के कारण अभी तक कहीं खरीद शुरू नहीं हो पाई है जबकि कई राज्यों में कटाई के साथ ही कढ़ाई भी शुरू हो गई है। खरीद मध्य अप्रैल के बाद ही शुरू होने की संभावना है, ऐसे में गेहूं किसानों के सामने कटाई से लेकर भंडारण तक की परेशाानी खड़ी हो गई है।
मध्य प्रदेश और राजस्थान में कटाई जोरों पर है, जबकि इन राज्यों से खरीद अभी शुरू नहीं हो पाई है। मध्य प्रदेश के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार लॉकडाउन के कारण गेहूं की खरीद को स्थगित कर दिया है, तथा नई तारिख की घोषणा अभी नहीं की गई है। पंजाब में गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से और हरियाणा में 20 अप्रैल से शुरू होनी है। उत्तर प्रदेश में राज्य सरकार ने गेहूं की खरीद 15 अपैल से शुरू करने की घोषणा की है।
गेहूं किसानों पर पहले मौसम की मार पड़ी, अब लॉकडाउन की
अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक सरदार वीएम सिंह ने कहा कि गेहूं की कटाई के लिए किसानों को लेबर नहीं मिल रही है। दूकानें बंद होने के कारण कंबाइन हार्वेस्टर तथा अन्य मशीनों की रिपेयरिंग नहीं हो पाई है। लॉकडाउन के कारण मंडियां बंद है जिस वजह से गेहूं की खरीद शुरू नहीं हो पाई है। इसलिए किसानों को कटाई से लेकर भंडारण तक में परेशानी उठानी पड़ रही है। आमतौर पर किसान गेहूं की थ्रेसिंग करता है और सीधा मंडी में बेचने चला जाता है। उन्होंने कहा कि पहले किसानों पर मौसम की मार पड़ी, अब लॉकडाउन की मार पड़ रही है।  
हरियाणा में किसानों को सरकार देगी बारदाना, 20 अप्रैल से होगी खरीद शुरू
हरियाणा सरकार ने किसानों को बारदाना देने की घोषणा की है, जिससे किसान गेहूं को बोरियों में भरकर रख ले। राज्य सरकार ने 20 अप्रैल से खरीद शुरू करने की घोषणा की हुई है। भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी ने बताया कि किसानों के सामने कटाई से लेकर भंडारण की परेशानी आयेगी। हमने सरकार से बादराने के साथ ही तिरपाल देने की मांग भी की थी, लेकिन राज्य सरकार ने आढ़तियों के माध्यम से केवल बारदाना देने की मांग मानी है। उन्होंने बताया कि गेहूं की कटाई के लिए लेबर नहीं मिल रही है, कंबाइन हार्वेस्टरों पर पंजाब की लेबर काम करती है, जोकि कर्फ्यू लगा होने के कारण आ नहीं पा रही है। उन्होंने बताया कि सरकार ने मशीनों की रिपेयरिंग की दुकानों को खोलने का निर्णय भी 3 अप्रैल को किया है जबकि कटाई आरंभ हो चुकी है।
गेहूं की कुल खरीद में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी पंजाब की, 15 अप्रैल से होगी खरीद शुरू
पंजाब के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने राज्य में गेहूं की खरीद 15 अप्रैल से शुरू करने की तैयारी है, इसके लिए बादाना मंडियों में पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिन गांव की दूरी मंडी से एक-दो किलोमीटर की है, उन गांव में जाकर सीधे खरीद करने की योजना बनाई जा रही है। गेहूं खरीद में पंजाब की सबसे ज्यादा हिस्सेदारी होती है। रबी विपणन सीजन 2019-20 में पंजाब से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर 129.12 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी।
रिकार्ड पैदावार का अनुमान, खरीद भी बढ़ने की संभावना
रबी विपणन सीजन 2019-20 में 341.32 लाख टन गेहूं की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर हुई थी। चालू रबी में गेहूं की रिकार्ड पैदावार 10.62 करोड़ टन होने का अनुमान है। इसलिए खरीद भी 350 लाख टन से ज्यादा ही होने का अनुमान है। केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 के लिए गेहूं का एमएसपी 1,925 रुपये प्रति क्विंटल तय किया हुआ है।...........   आर एस राणा

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