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25 अप्रैल 2020

गेहूं खरीद : उत्तर प्रदेश में बारदाने की कमी, मध्य प्रदेश में सोसाइटी कर्ज काटकर कर रहीं हैं भुगतान

आर एस राणा
नई दिल्ली। गेहूं किसानों को कोरोना वायरस के साथ ही सरकारी सिस्टम से भी लड़ना पड़ रहा है। लॉकडाउन के कारण पहले ही गेहूं की सरकारी खरीद 15 दिन की देरी से शुरू हुई वहीं अब बादारने की कमी के कारण उत्तर प्रदेश के किसानों के खरीद केंद्रों के चक्कर लगाने पड़ रहे हैं, जबकि मध्य प्रदेश में सोसाइटी कर्ज की रकम काट कर किसानों को भुगतान कर रही हैं।
बहराइच जिले की तहसील मोतीपुर के गांव महेशपुर के किसान कुलदीप सिंह जिन्होंने 9 एकड़ में गेहूं की फसल बोई हुई थी लगातार पांच-छह दिनों से महीनपूर कॉ-ऑपरेटिव खरीद केंद्र के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन केंद्र के प्रभारी हर रोज यही कहते हैं कि बारदाना नहीं आया है। कुलदीप सिंह ने आउटलुक को बताया कि थ्रेसिंग के बाद गेहूं मंडी में लेकर गए तो बताया कि बारदाना आने पर खरीद की जायेगी, जबकि उपर से मौसम भी खराब बना हुआ है। उन्होंने बताया कि व्यापारी 1,600 से 1,700 रुपये प्रति क्विंटल के भाव गेहूं की खरीद कर रहे है, ऐसे में किसानों को मजबूरीवश व्यापारियों को गेहूं बेचना पड़ रहा है।
उत्तर प्रदेश में बोरो की उपलब्धता कम
चालू रबी में उत्तर प्रदेश से 55 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया है जबकि पिछले रबी में राज्य से 37 लाख टन गेहूं की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की थी। राज्य की खाद्य एवं रसद विभाग एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जूट बोरी की जरूरतें पूरी करने की कोशिश की जा रही है, साथ ही प्लास्टिक बोरियों का भी बंदोबस्त किया जा रहा है। जल्द ही खरीद में तेजी आयेगी। उन्होंने बताया कि गेहूं की खरीद के लिए अभी तक 68,526 टोकन जारी किए जा चुके हैं। एमएसपी पर अभी तक राज्य से 1.75 लाख टन गेहूं की खरीद हो चुकी है।  
मध्य प्रदेश में सोयाइटी कर्ज का पैसा काटकर कर रही है भुगतान
मध्य प्रदेश के सीहोर में किसान मूलचंद ने 16 क्विंटल गेहूं 30,800 रुपये में बेचा था, कॉ-ऑपरेटिव सोसाइटी ने 30,164 रुपये कर्ज के काटकर किसान के खाते में 636 रुपये जमा करा दिए। मध्य प्रदेश से चालू रबी में अभी तक एमएसपी पर 2.50 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है जबकि चालू रबी में राज्य से खरीद का लक्ष्य 100 लाख टन का तय किया गया है। पिछले रबी में 67.25 लाख टन गेहूं की खरीद एमएसपी पर हुई थी।
राजस्थान में गेहूं की खरीद की गति धीमी
राजस्थान से चालू रबी में अभी तक केवल 42,278 टन गेहूं की खरीद ही हो पाई है जबकि खरीद का लक्ष्य 17 लाख टन का तय किया गया है। पिछले रबी में राज्य से 14.11 लाख टन गेहूं की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की गई थी। राजस्थान में खरीद की गति धीमी होने के कारण किसानों को एमएसपी से 200 से 300 रुपये प्रति क्विंटल नीचे दाम पर गेहूं बेचना पड़ रहा है। भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) के अनुसार पंजाब से चालू रबी में अभी तक 17.55 लाख टन और हरियाणा से 5.45 लाख टन गेहूं की खरीद हुई है। पंजाब से गेहूं की खरीद का लक्ष्य 135 और हरियाणा से 95 लाख टन का तय किया गया है।
चालू रबी में गेहूं की खरीद का लक्ष्य 407 लाख टन
केंद्र सरकार ने चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 में एमएसपी पर 407 लाख टन गेहूं की खरीद का लक्ष्य तय किया है जबकि पिछले रबी में 341.32 लाख टन गेहूं की खरीद हुई थी। चालू रबी में गेहूं की रिकार्ड पैदावार 10.62 करोड़ टन होने का अनुमान है जबकि पिछले रबी में 10.37 करोड़ टन का उत्पादन हुआ था। चालू रबी विपणन सीजन 2020-21 के लिए गेहूं का एमएसपी 1,925 रुपये प्रति क्विंटल तय किया है जबकि पिछले रबी में 1,840 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीद हुई थी।.....  आर एस राणा

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