आर एस राणा
नई दिल्ली। कृषि मंत्रालय ने अच्छे मानसून की उम्मीदों के बल पर फसल वर्ष 2020-21 में देश में खाद्यान्नों का कुल उत्पादन 63.5 लाख टन बढ़ाकर 29.83 करोड़ टन होने का लक्ष्य तय किया है।
राष्ट्रीय खरीफ सम्मेलन 2020 को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को कहा कि सभी राज्यों को खरीफ के लिए लक्ष्य को प्राप्त करने पर जोर देना चाहिए और किसानों की आय दोगुनी करना के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सुनिश्चित किया है कि 'गाँव, गरीब और किसान' को कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के इस संकट के दौरान पीड़ित नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि प्रत्येक किसान को दो योजनाएं प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के बारे में जानकारी देनी चाहिए।
खरीफ फसलों का उत्पादन बारिश पर करता है निर्भर
कृषि आयुक्त एसके मल्होत्रा ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) का अनुमान है कि जून से सितंबर के दौरान दक्षिण-पश्चिमी मानसून के की बारिश कुल मिलाकर सामान्य रहने का अनुमान है। खरीफ फसलों का उत्पादन बारिश पर ज्यादा निर्भर करता है, अत: अच्छे मानसून से खाद्यान्न उत्पादन बढ़ेगा। मंत्रालय द्वारा फरवरी में जारी दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार फसल वर्ष 2019-20 में देश का खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 29.19 करोड़ टन होने का अनुमान है।
देश के कई हिस्सों में पहले ही खरीफ फसलों की बुवाई शुरू हो चुकी है
मल्होत्रा ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर राज्य सरकारों को बताया कि कृषि से जुड़ी गतिविधियों को पाबंदियों से किस तरह की छूट दी गई है। उन्होंने खरीफ फसलों की बुवाई के दौरान लोगों के बीच परस्पर दूरी बनाये रखने तथा स्वच्छता का उचित प्रबंध किये जाने की जरूरत के बारे में भी राज्य को अवगत किया। उन्होंने कहा कि देश के कई हिस्सों में पहले ही खरीफ फसलों की बुवाई शुरू हो चुकी है। फसल सीजन 2020-21 के दौरान खरीफ में 14.99 करोड़ टन और रबी सीजन में 14.84 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इस तरह पूरे फसल वर्ष 2020-21 के दौरान 29.83 करोड़ टन खाद्यान्न के उत्पादन का लक्ष्य है।..... आर एस राणा
नई दिल्ली। कृषि मंत्रालय ने अच्छे मानसून की उम्मीदों के बल पर फसल वर्ष 2020-21 में देश में खाद्यान्नों का कुल उत्पादन 63.5 लाख टन बढ़ाकर 29.83 करोड़ टन होने का लक्ष्य तय किया है।
राष्ट्रीय खरीफ सम्मेलन 2020 को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने गुरुवार को कहा कि सभी राज्यों को खरीफ के लिए लक्ष्य को प्राप्त करने पर जोर देना चाहिए और किसानों की आय दोगुनी करना के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में प्रयास करने चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह सुनिश्चित किया है कि 'गाँव, गरीब और किसान' को कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन के इस संकट के दौरान पीड़ित नहीं होने देना चाहिए। उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि प्रत्येक किसान को दो योजनाएं प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के बारे में जानकारी देनी चाहिए।
खरीफ फसलों का उत्पादन बारिश पर करता है निर्भर
कृषि आयुक्त एसके मल्होत्रा ने इस अवसर पर कहा कि भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) का अनुमान है कि जून से सितंबर के दौरान दक्षिण-पश्चिमी मानसून के की बारिश कुल मिलाकर सामान्य रहने का अनुमान है। खरीफ फसलों का उत्पादन बारिश पर ज्यादा निर्भर करता है, अत: अच्छे मानसून से खाद्यान्न उत्पादन बढ़ेगा। मंत्रालय द्वारा फरवरी में जारी दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार फसल वर्ष 2019-20 में देश का खाद्यान्न उत्पादन रिकॉर्ड 29.19 करोड़ टन होने का अनुमान है।
देश के कई हिस्सों में पहले ही खरीफ फसलों की बुवाई शुरू हो चुकी है
मल्होत्रा ने कोविड-19 महामारी के मद्देनजर राज्य सरकारों को बताया कि कृषि से जुड़ी गतिविधियों को पाबंदियों से किस तरह की छूट दी गई है। उन्होंने खरीफ फसलों की बुवाई के दौरान लोगों के बीच परस्पर दूरी बनाये रखने तथा स्वच्छता का उचित प्रबंध किये जाने की जरूरत के बारे में भी राज्य को अवगत किया। उन्होंने कहा कि देश के कई हिस्सों में पहले ही खरीफ फसलों की बुवाई शुरू हो चुकी है। फसल सीजन 2020-21 के दौरान खरीफ में 14.99 करोड़ टन और रबी सीजन में 14.84 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। इस तरह पूरे फसल वर्ष 2020-21 के दौरान 29.83 करोड़ टन खाद्यान्न के उत्पादन का लक्ष्य है।..... आर एस राणा
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