आर एस राणा
नई दिल्ली। देशभर में चल रहे लॉकडाउन को देखते हुए इंडिया पल्सेस एंड ग्रेन एसोसिएशन ने केंद्र सरकार से उड़द आयात नियमों में ढील देने की मांग की है। आईपीजीए ने इसके तहत 2019-20 के 2.5 लाख टन आयात कोटे की मियाद को 60 दिन बढ़ाने और चालू साल में 4 लाख टन आयात कोटे के लिए मिलों को आवदेन देने के लिए और समय देने की मांग की है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय, डीजीएफटी को लिखे पत्र में आईपीजीए ने कहा है कि भारत मे लॉकडाउन की स्थिति में मिलर्स आवेदन के सभी ज़रूरी दस्तावेज जुटा नहीं पा रहे हैं। लिहाजा आवदेन के लिए 30 दिन का और वक़्त मिलना चाहिए। एसोसिएशन ने इस दौरान देश में कोरोना वायरस से चल रहे लॉकडाउन को भी खत्म होने की उम्मीद जताई है।
दलहन आयात कोटे के तहत आवेदन के लिए पहले 23 मार्च अंतिम तिथि थी, जिसे बढ़ाकर सरकार ने 15 अप्रैल कर दिया था। लेकिन मौजूदा हालात में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन के हटने की उम्मीद नहीं के बराबर है। ऐसे में कारोबारियों को आवेदन करने में दिक्कत आ रही है। पिछले साल के उड़द आयात के कोटे को सरकार ने बढ़ाकर 4 लाख टन कर दिया था, जिस कारण 2.5 लाख टन का और आयात होना है। जिसे हर हाल में 30 अप्रैल तक भारतीय बन्दरगाहों तक पहुंचने की शर्त दी गई है। हालांकि कारोबरियों का मानना है कि भारत की तरह इसका ओरिजिन देश म्यानमार में भी लॉकडाउन होने की वजह से इस तारीख तक इसे ला पाना संभव नहीं होगा। ऐसे में इसकी मियाद 2 महीने बढ़ाने की जरूरत है।.......... आर एस राणा
नई दिल्ली। देशभर में चल रहे लॉकडाउन को देखते हुए इंडिया पल्सेस एंड ग्रेन एसोसिएशन ने केंद्र सरकार से उड़द आयात नियमों में ढील देने की मांग की है। आईपीजीए ने इसके तहत 2019-20 के 2.5 लाख टन आयात कोटे की मियाद को 60 दिन बढ़ाने और चालू साल में 4 लाख टन आयात कोटे के लिए मिलों को आवदेन देने के लिए और समय देने की मांग की है।
विदेश व्यापार महानिदेशालय, डीजीएफटी को लिखे पत्र में आईपीजीए ने कहा है कि भारत मे लॉकडाउन की स्थिति में मिलर्स आवेदन के सभी ज़रूरी दस्तावेज जुटा नहीं पा रहे हैं। लिहाजा आवदेन के लिए 30 दिन का और वक़्त मिलना चाहिए। एसोसिएशन ने इस दौरान देश में कोरोना वायरस से चल रहे लॉकडाउन को भी खत्म होने की उम्मीद जताई है।
दलहन आयात कोटे के तहत आवेदन के लिए पहले 23 मार्च अंतिम तिथि थी, जिसे बढ़ाकर सरकार ने 15 अप्रैल कर दिया था। लेकिन मौजूदा हालात में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन के हटने की उम्मीद नहीं के बराबर है। ऐसे में कारोबारियों को आवेदन करने में दिक्कत आ रही है। पिछले साल के उड़द आयात के कोटे को सरकार ने बढ़ाकर 4 लाख टन कर दिया था, जिस कारण 2.5 लाख टन का और आयात होना है। जिसे हर हाल में 30 अप्रैल तक भारतीय बन्दरगाहों तक पहुंचने की शर्त दी गई है। हालांकि कारोबरियों का मानना है कि भारत की तरह इसका ओरिजिन देश म्यानमार में भी लॉकडाउन होने की वजह से इस तारीख तक इसे ला पाना संभव नहीं होगा। ऐसे में इसकी मियाद 2 महीने बढ़ाने की जरूरत है।.......... आर एस राणा
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